रीवा। उत्कृष्ट शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय, रीवा में विश्व हृदय दिवस के अवसर पर जागरूकता एवं संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्राणिशास्त्र विभाग, बायोटेक्नोलॉजी विभाग तथा युवक रेडक्रॉस इकाई के संयुक्त तत्वावधान में महाविद्यालय सभागार में पूर्वान्ह 11 बजे प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता प्रोफेसर कार्डियोलॉजी, श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय डॉ. के.डी. सिंह रहे।
हृदय रोगों की रोकथाम और स्वस्थ जीवनशैली
अपने उद्बोधन में डॉ. सिंह ने विद्यार्थियों को हृदय रोगों की रोकथाम और स्वस्थ जीवनशैली की महत्ता पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया। उन्होंने बताया कि हृदय रोग आज वैश्विक स्तर पर मृत्यु का प्रमुख कारण बनते जा रहे हैं, और यह केवल वृद्धावस्था तक सीमित नहीं रह गया है। युवाओं में फास्ट फूड की बढ़ती प्रवृत्ति, तनाव, नशे की लत तथा शारीरिक श्रम की कमी इसके मुख्य कारण हैं। डॉ. सिंह ने कहा “हृदय को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और तनाव नियंत्रण आवश्यक है। हमें मोबाइल और गैजेट्स पर समय व्यर्थ करने के बजाय खेलकूद और शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा देना चाहिए। युवा पीढ़ी यदि अभी से जागरूक हो जाए तो भविष्य में हृदय रोगों के खतरों से बचा जा सकता है। संवाद कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं की शंकाओं का समाधान डॉ. सिंह के द्वारा किया गया।
नशा मुक्ति तथा सकारात्मक सोच अपनाए छात्र
प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि इस प्रकार के आयोजन विद्यार्थियों में स्वास्थ्य के प्रति सजगता लाते हैं। उन्होंने हृदय रोगों से बचाव को जीवनशैली सुधार से जोड़ा और विद्यार्थियों से नशा मुक्ति तथा सकारात्मक सोच को अपनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अखिलेश शुक्ल ने किया। आभार प्रदर्शन डॉ. संध्या सिंह प्राणिशास्त्र विभाग की ओर से व्यक्त किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण, छात्र-छात्राएँ एवं महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्रभारी युवक रेडक्रॉस शिक्षक, कार्यालयीन कर्मचारी उपस्थित रहे।