Indore Love Jihad News: महापौर भार्गव ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जनप्रतिनिधि अनवर कादरी बार-बार आपत्तिजनक आरोपों में घिरे हैं। उन्होंने कहा, “कादरी ने अपने कृत्यों से न केवल अपनी गरिमा को ठेस पहुंचाई, बल्कि पार्षद पद की गरिमा को भी धूमिल किया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को इंदौर में कहा, अपराधी कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
Indore Love Jihad News: इंदौर नगर निगम के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी को पद से हटाने के लिए संभाग आयुक्त को पत्र लिखा है। महापौर भार्गव ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जनप्रतिनिधि अनवर कादरी बार-बार आपत्तिजनक आरोपों में घिरे हैं। उन पर पूर्व में गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई हुई है, और सामाजिक स्तर पर उनकी छवि लगातार विवादास्पद रही है। उन्होंने कहा, “कादरी ने अपने कृत्यों से न केवल अपनी गरिमा को ठेस पहुंचाई, बल्कि पार्षद पद की गरिमा को भी धूमिल किया है। वर्तमान में उन पर लगे आरोप अत्यंत गंभीर हैं। ऐसे व्यक्ति का पार्षद बने रहना मेरे लिए अस्वीकार्य है।”
महापौर ने कादरी की पार्षदी समाप्त करने की मांग की और कहा कि इसके लिए नगर निगम में प्रावधान मौजूद हैं। उन्होंने संभागायुक्त को पत्र लिखा है और प्रस्ताव भी लाने की बात कही। संभागायुक्त दीपक सिंह ने बताया कि नगर निगम एक्ट के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।
पार्षदी समाप्त करने का नियम
मध्य प्रदेश नगर पालिक अधिनियम की धारा 19 के तहत पार्षदी समाप्त करने की प्रक्रिया निर्धारित है। इसके लिए नगर निगम सदन के दो-तिहाई (75% से अधिक) पार्षदों की सहमति से लिखित प्रस्ताव संभागायुक्त को भेजा जाता है। संभागायुक्त इस पर अंतिम निर्णय लेते हैं। कुछ मामलों में संभागायुक्त अपनी शक्तियों का उपयोग कर सीधे पार्षदी समाप्त कर सकते हैं। महापौर भार्गव ने कहा कि धारा 19 के तहत कार्रवाई संभव है।
बीजेपी को 63 पार्षदों की जरूरत
इंदौर के 85 वार्डों में से 64 पर बीजेपी, बाकी पर कांग्रेस और निर्दलीय पार्षद हैं। कादरी की पार्षदी समाप्त करने के लिए बीजेपी को 63 पार्षदों की सहमति चाहिए। बीजेपी के पास 70 से अधिक पार्षदों का समर्थन है, जिसमें कांग्रेस के 19 में से 6 पार्षद भी शामिल हैं। वहीं, कांग्रेस नेता चिंटू चौकसे ने कादरी का बचाव करते हुए आरोपों को झूठा बताया। उन्होंने कहा, “कादरी को राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। यह मामला बेबुनियाद है और हमारे पार्षद को बदनाम करने की कोशिश है।”
सीएम मोहन यादव का बयान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को इंदौर में कहा, “कांग्रेस के नेताओं के रिकॉर्ड उनकी करतूतों के गवाह हैं। उनके कई नेता जमानत पर हैं। बीजेपी जनता के प्रति जवाबदेह है और हमारी सरकार कानून तोड़ने वालों से निपटना जानती है। अपराधी कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
अनवर कादरी पर आरोप
16 जून को बाणगंगा पुलिस ने कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी के खिलाफ लव-जिहाद और हिंदू युवतियों को देह व्यापार में धकेलने की साजिश का मामला दर्ज किया। 13 जून को पुलिस ने साहिल शेख और अल्ताफ को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में दोनों ने दावा किया कि कादरी ने उन्हें हिंदू लड़कियों से शादी कर धर्म परिवर्तन और देह व्यापार के लिए उकसाया। अल्ताफ ने बताया कि वह पेंटर है और साहिल कार शोरूम में काम करता है। कादरी ने उन्हें क्रमशः एक लाख और दो लाख रुपये दिए थे, साथ ही शर्त रखी थी कि वे हिंदू लड़कियों से शादी करें और उन्हें देह व्यापार में धकेलें। आधी रकम पहले दी गई थी, बाकी काम पूरा होने पर मिलनी थी।
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