Indore Road Accident: एडीसीपी ने लगभग एक महीने तक जांच की। जांच की शुरुआत एरोड्रम थाना में ट्रक चालक के खिलाफ दर्ज एफआईआर से हुई। पीड़ितों और लापरवाह पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए गए। एडीसीपी ने उनके फोन की लोकेशन और एयरपोर्ट से बड़ा गणपति चौराहा तक के सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किए।
Indore Road Accident: इंदौर के एरोड्रम और मल्हारगंज थाना क्षेत्र में एक महीने पहले नो एंट्री जोन में हुई सड़क दुर्घटना में सात पुलिसकर्मियों को दोषी पाया गया है। जोन-4 के एडीसीपी दीशेष अग्रवाल की प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है।
घटना में एक ट्रक (एमपी 09जेडपी 4069), जो पेपर और गत्ते से भरा था, पुलिस की लापरवाही के कारण नो एंट्री क्षेत्र में घुस गया। शराब के नशे में ट्रक चला रहे चालक गुलशेर ने 20 लोगों को टक्कर मार दी, जिसमें कैलाशचंद्र जोशी, लक्ष्मीनारायण सोनी, महेश और संदीप बिजवा की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए डीसीपी (ट्रैफिक) अरविंद तिवारी को मुख्यालय अटैच कर दिया। इसके साथ ही एसीपी सुदेश सिंह, टीआई अर्जुन सिंह पंवार, टीआई दीपक यादव, सूबेदार चंद्रेश मरावी, एसआई प्रेम सिंह, सिपाही विजय चौहान और राहुल राजावत को निलंबित कर दिया गया।
जांच में सामने आई लापरवाही
एसीपी सुदेश सिंह: भ्रमण के दौरान ड्यूटी पॉइंट पर पुलिसकर्मियों की अनुपस्थिति देखी, लेकिन उनकी गैरहाजिरी दर्ज नहीं की और न ही अतिरिक्त बल की मांग की। वायरलेस सेट से कंट्रोल रूम को सूचित कर वहां से रवाना हो गए।
सूबेदार चंद्रेश मरावी: सुबह 7 बजे ड्यूटी पॉइंट पर पहुंचने में विफल रहे और नो एंट्री मार्ग पर ट्रक के प्रवेश को रोकने में लापरवाही बरती।
टीआई अर्जुन सिंह पंवार: नो एंट्री नियमों को गंभीरता से नहीं लिया और पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर तैनात नहीं किया।
टीआई दीपक यादव: जोन-1 के प्रभारी के रूप में बल की उपस्थिति सुनिश्चित करने में असफल रहे और नो एंट्री पॉइंट पर ध्यान नहीं दिया।
जांच में क्या-क्या हुआ?
एडीसीपी ने एक महीने तक गहन जांच की। जांच की शुरुआत एरोड्रम थाने में ट्रक चालक के खिलाफ दर्ज FIR से हुई। पीड़ितों और लापरवाह पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए गए। इसके अलावा, पुलिसकर्मियों के फोन की लोकेशन और एयरपोर्ट से बड़ा गणपति चौराहे तक के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया गया। गुरुवार को एडीसीपी ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में सभी दोषी पुलिसकर्मियों की लापरवाही को इस बड़े हादसे का कारण बताया।
