Indian Railways Latest News: भारतीय रेलवे के अनुसार, इस साल के अंत तक आगरा-झांसी रूट पर वंदे भारत और राजधानी एक्सप्रेस जैसी श्रेणी की लगभग 24 ट्रेनों को 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने की योजना है।
Indian Railways Latest News: भारतीय रेलवे जल्द ही अपनी प्रीमियम ट्रेनों में बड़े बदलाव करने जा रहा है। वंदे भारत, शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस श्रेणी की ट्रेनों की अधिकतम रफ्तार को 160 किलोमीटर प्रति घंटा करने की योजना है। इन ट्रेनों को दिसंबर 2025 या जनवरी 2026 से नए स्टॉपेज मिल सकते हैं। पहले चरण में इन ट्रेनों को हाई-स्पीड कॉरिडोर पर तेज गति से चलाया जाएगा।
इस साल के अंत तक आगरा-झांसी रूट पर करीब 24 ट्रेनों को 160 किमी/घंटा की रफ्तार से चलाने की तैयारी है, जिसमें वंदे भारत, शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस शामिल हैं। वर्तमान में ये ट्रेनें दिल्ली-आगरा खंड में 160 किमी/घंटा की गति से चलती हैं, लेकिन आगरा-झांसी के बीच इनकी अधिकतम रफ्तार 130 किमी/घंटा है। दिल्ली से झांसी की दूरी 403 किलोमीटर है। इस दौरान भोपाल एक्सप्रेस को मथुरा में स्टॉपेज देने की प्रक्रिया भी पूरी होने की उम्मीद है। भोपाल रेल मंडल के सीनियर डिविजनल कमर्शियल मैनेजर सौरभ कटारिया ने बताया कि जैसे-जैसे ट्रेनों की गति बढ़ेगी, रेलवे को नए अवसर प्राप्त होंगे।
वंदे भारत ट्रेनों की स्थिति
वर्तमान में देशभर में 150 वंदे भारत ट्रेनें संचालित हो रही हैं। एक हालिया अध्ययन के अनुसार, 2020-21 में वंदे भारत की औसत गति 84.48 किमी/घंटा थी, जो 2023-24 में घटकर 76.25 किमी/घंटा रह गई। हालांकि, समयबद्धता में सुधार हुआ है। 2023 में ये ट्रेनें औसतन 20 मिनट की देरी से गंतव्य पहुंचती थीं, जो 2024 में घटकर 18 मिनट हो गई।
समयबद्धता में सुधार
आंकड़ों के अनुसार, 50% से अधिक वंदे भारत ट्रेनें अधिकतम 8 मिनट की देरी (मीडियन विलंब) के साथ बीच के स्टेशनों पर पहुंचती हैं। यही कारण है कि यात्रियों को इसकी गति पर गर्व है। शताब्दी एक्सप्रेस की औसत देरी 10 मिनट है, जबकि लंबी दूरी की राजधानी एक्सप्रेस 15 मिनट की देरी के साथ गंतव्य पहुंचती है।
