Indian Railway News: हम आप सभी ट्रेन में यात्रा तो जरूर करते हैं, और अक्सर ट्रेन यात्रा पहले से प्लान होती है टिकटें भी पहले से ही बुक होती हैं. और अचानक प्लान कुछ और हो जाता है, कभी न कभी आपके साथ भी ऐसा हुआ ही होगा कि आपने ट्रेन का रिजर्वेशन किया हो और प्लान आखिरी समय में बदल गया हो. ऐसे में यात्रियों के पास ऐसे टिकट रह जाते हैं जिनका वे कुछ नहीं कर सकते. इस बड़ी परेशानी को आसान बनाने के लिए भारतीय रेलवे एक नई नीति लागू करने की तैयारी में है.
कब से होगा लागू
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव बताते हैं कि जनवरी से यात्री बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के अपने कन्फर्म ट्रेन टिकट की यात्रा डेट को ऑनलाइन रिशेड्यूल कर सकेंगे.
वर्तमान स्थिति है ऐसी
अगर बात करेंट सेनेरियो की करें तो वर्तमान में, जो यात्री अपनी यात्रा की तारीख बदलना चाहते हैं, उन्हें अपना टिकट रद्द करके नया टिकट बुक करना पड़ता है. इस प्रक्रिया में यात्रा की तारीख के कितने करीब टिकट कैंसिल किया गया है, इसके आधार पर कटौती होती है. इससे न केवल लागत बढ़ती है, बल्कि असुविधा भी होती है.
वैष्णव ने कहा, यह प्रणाली अनुचित है और यात्रियों के हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि यात्री-अनुकूल बदलाव लाने के लिए निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं.
नई बुकिंग पर कन्फर्म की कोई गारंटी नहीं
हालांकि, मंत्री ने स्पष्ट किया कि नई नीति नई यात्रा डेट के लिए कन्फर्म टिकट की गारंटी नहीं देती है, क्योंकि यह सीट की उपलब्धता पर निर्भर करेगा. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अगर संशोधित किराया ज़्यादा है, तो यात्रियों को अंतर का भुगतान करना होगा.
टिकट कैंसिल करने पर कितना चार्ज
इंडियन रेलवे के ट्रेन टिकट कैंसिलेशन चार्ज टिकट की कैटेगरी और कैंसिल की डेट पर तय होता है. कन्फर्म टिकटों के लिए चार्ज न्यूनतम फ्लैट दर (जैसे द्वितीय श्रेणी के लिए ₹60, एसी 3 टियर/एसी चेयर कार के लिए ₹180+जीएसटी) से लेकर प्रस्थान से 48 घंटे पहले रद्द करने पर किराये का 25% और 48-12 घंटे के भीतर रद्द करने पर किराये का 50% तक होता है.
वेटिंग लिस्ट (WL) और RAC टिकटों के भी अलग-अलग शुल्क होते हैं और चार्ट तैयार होने के बाद भी प्रतीक्षा सूची में रहने वाले टिकटों के लिए पूरा रिफंड दिया जाता है.