भारत ने 2030 में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games 2030) की मेजबानी के लिए अपनी औपचारिक दावेदारी पेश कर दी है। 20 मार्च 2025 को भारतीय ओलंपिक संघ (Indian Olympic Association) ने कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन (CGF) को ‘एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट’ (Expression of Interest) भेजा, जिसमें अहमदाबाद (Commonwealth Games 2030 Ahmedabad) को मेजबान शहर के रूप में प्रस्तावित किया गया है। इस बोली को 2036 समर ओलंपिक्स (Summer Olympics 2036) की मेजबानी के लिए भारत के महत्वाकांक्षी सपने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अगुवाई वाली केंद्रीय कैबिनेट ने इस पहल का समर्थन किया है, और नरेंद्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) को इस आयोजन का केंद्रीय स्थल बनाया जाएगा।
भारत की 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की बोली
भारत ने 13 मार्च 2025 को कॉमनवेल्थ गेम्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CGA India) की अध्यक्ष और IOA प्रमुख पीटी उषा (PT Usha) के नेतृत्व में CGF को आधिकारिक पत्र भेजा। इस पत्र में अहमदाबाद को 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स का मेजबान शहर प्रस्तावित किया गया। यह बोली 31 मार्च की अंतिम तारीख से पहले जमा की गई। CGF, जिसे अब ‘कॉमनवेल्थ स्पोर्ट’ (Commonwealth Sport) के नाम से जाना जाता है, अब मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू करेगा, और मेजबान देश का फैसला CGF महासभा (General Assembly) द्वारा लिया जाएगा
भारत ने आखिरी बार 2010 में दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी की थी, जो देश के लिए एक ऐतिहासिक आयोजन था। अब, 20 साल बाद, भारत इस आयोजन को फिर से आयोजित करने की तैयारी में है, जिसमें गुजरात का अहमदाबाद मुख्य केंद्र होगा। खेल मंत्रालय ने अहमदाबाद को इसके विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे और खेल संस्कृति के कारण चुना है.
2036 ओलंपिक्स की राह में मील का पत्थर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2023 में मुंबई में आयोजित अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) सत्र के दौरान 2036 समर ओलंपिक्स की मेजबानी की भारत की महत्वाकांक्षा को रेखांकित किया था। कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह भारत को बड़े पैमाने पर मल्टी-स्पोर्ट आयोजन आयोजित करने का अनुभव और विश्वास दिलाएगा। खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी इस बोली की पुष्टि करते हुए कहा कि यह भारत की खेल महाशक्ति बनने की यात्रा का हिस्सा है