आईएएस संतोष वर्मा विवाद: रीवा सांसद मिश्रा ने केंद्रीय मंत्री से कार्रवाई और ‘जाति बदलने’ की जांच मांगी

IAS संतोष वर्मा विवाद और रीवा सांसद मिश्रा द्वारा की गई जांच व कार्रवाई की मांग

भोपाल/रीवा। कर्मचारी संगठन अजाक्स के प्रदेश अध्यक्ष और आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण समाज की बेटियों को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। टिप्पणी के पांच दिन बाद, रीवा से सांसद जनार्दन मिश्रा ने केंद्रीय राज्य मंत्री, कार्मिक लोक शिकायत एवं पेंशन विभाग डॉ. जितेंद्र सिंह को पत्र लिखकर वर्मा के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई और उनकी भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में हुई पदोन्नति की फिर से जांच कराने की मांग की है।

सांसद मिश्रा ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि आईएएस वर्मा का बयान “अशोभनीय, आपत्तिजनक और सामाजिक रूप से असंवेदनशील” है। उन्होंने कहा कि यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी के महिला सशक्तिकरण अभियान के प्रति नकारात्मक मानसिकता को दर्शाती है।

रीवा संसद के प्रमुख आरोप और मांगें

सांसद जनार्दन मिश्रा ने आईएएस वर्मा पर निम्नलिखित गंभीर आरोप लगाए हैं और जांच की मांग की है:

  • आपत्तिजनक टिप्पणी: ब्राह्मण समाज की बेटियों के खिलाफ समाज में विभाजन और तनाव पैदा करने वाली टिप्पणी के संबंध में अखिल भारतीय सेवा आचरण नियम 1968 के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
  • पदोन्नति की जांच: उनकी भारतीय प्रशासनिक सेवा में हुई पदोन्नति की प्रक्रिया की जांच की जाए।
  • जाति बदलने का आरोप: सांसद ने आरोप लगाया है कि वर्मा राज्य प्रशासनिक सेवा में अनुसूचित जाति (SC) वर्ग के अधिकारी थे, लेकिन आईएएस चयन के लिए उन्होंने खुद को अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग का बताया। सांसद ने जाति बदलने के इस मामले की भी उच्च-स्तरीय जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर पदोन्नति से जुड़े प्रकरण की पूरी जांच होती है तो “संतोष वर्मा के फर्जीवाड़े का खुलासा हो जाएगा।”
  • आपराधिक मामला: पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि संतोष वर्मा के खिलाफ पूर्व में एक महिला से मारपीट का प्रकरण दर्ज है, जिसमें वह जेल भी जा चुके हैं और यह मामला अभी भी कोर्ट में विचाराधीन है। लंबित आपराधिक मामले और आरोपों के मद्देनजर पूरी पदोन्नति प्रक्रिया की जांच और आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए।

जगह-जगह विरोध प्रदर्शन

आईएएस संतोष वर्मा की टिप्पणी को लेकर समाज के विभिन्न वर्गों में भारी आक्रोश है और जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। सांसद मिश्रा ने कहा कि एक जिम्मेदार व्यक्ति द्वारा इस तरह की टिप्पणी किया जाना चिंता का विषय है। यह मामला अब केंद्रीय स्तर पर पहुंच गया है और आईएएस संतोष वर्मा के लिए मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। केंद्रीय मंत्री द्वारा इस पत्र पर क्या कदम उठाया जाता है, इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।

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