HOUSE COMMITTEE REPRIMANDS NYT : आतंकवादियों को ‘गनमैन’ और ‘मिलिटेंट’ कहने पर उठी विवाद की लहर

HOUSE COMMITTEE REPRIMANDS NYT : आतंकवादियों को ‘गनमैन’ और ‘मिलिटेंट’ कहने पर उठी विवाद की लहरहाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) को अमेरिका की हाउस कमेटी द्वारा कड़ी फटकार लगाई गई है। इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में आतंकवादियों को ‘गनमैन’ और ‘मिलिटेंट’ शब्दों से संबोधित किया, जबकि अमेरिकी विदेश मामलों की समिति का कहना था कि यह सीधे-सीधे एक आतंकवादी हमला था और न्यूयॉर्क टाइम्स को अपने शब्दों का चयन फिर से करना चाहिए था।

अमेरिका की हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी (House Foreign Affairs Committee) ने इस मुद्दे पर ‘X’ नामक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट करते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की। इस पोस्ट में न्यूयॉर्क टाइम्स की हेडलाइन में सुधार करते हुए एक तस्वीर भी साझा की गई, जिसमें ‘मिलिटेंट्स’ शब्द को हटाकर उसके स्थान पर ‘आतंकवादी’ शब्द को बोल्ड और लाल रंग में लिखा गया। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले को आतंकवादी हमला करार दिया और कहा कि इसे सख्त शब्दों में निंदा करते हुए दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने इसे एक ‘आतंकवादी हमला’ बताया और इस हमले के जिम्मेदार आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात की। प्रधानमंत्री ने कहा था कि “जो लोग इस जघन्य कृत्य के पीछे हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।”

यह हमला आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक प्रतिबंधित धड़े ने किया था, जो ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) के नाम से जाना जाता है। इस हमले की जिम्मेदारी इस संगठन ने खुद ली थी। इसके बाद, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रॉयल ने भी इस हमले पर चिंता व्यक्त की और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर भारत के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की।

उग्रवाद और आतंकवाद में अंतर

अब सवाल उठता है कि उग्रवाद और आतंकवाद में क्या अंतर है? इस पर भी विस्तृत जानकारी देने की जरूरत है।

उग्रवाद आमतौर पर उस प्रकार की सोच और गतिविधि को कहा जाता है जो किसी विशेष उद्देश्य या सामाजिक बदलाव के लिए होती है। उग्रवादी समाज में बदलाव लाने की कोशिश करते हैं और उनकी लड़ाई आमतौर पर एक राज्य के भीतर सशस्त्र विद्रोह की होती है। उग्रवादियों के पास अपनी विचारधारा होती है, जिसमें वे बदलाव लाने के लिए संघर्ष करते हैं।

वहीं, आतंकवाद एक अलग और गंभीर मुद्दा है। आतंकवादियों का उद्देश्य किसी स्थान पर हिंसा और आतंक का माहौल बनाना होता है। वे इस हिंसा के माध्यम से डर फैलाने का प्रयास करते हैं, ताकि अपने राजनीतिक, धार्मिक या सामाजिक उद्देश्य को हासिल किया जा सके। आतंकवादियों का मकसद केवल हिंसा फैलाना नहीं, बल्कि बड़े पैमाने पर किसी क्षेत्र की व्यवस्था को प्रभावित करना और आम जनता के बीच भय का माहौल बनाना होता है। आतंकवादी किसी विशेष समूह या समुदाय के खिलाफ घृणा और आतंक फैलाने के लिए निर्दोष लोगों को निशाना बनाते हैं। उनका उद्देश्य केवल सत्ता और नियंत्रण की प्राप्ति होता है, जबकि उनका तरीका नृशंस और अमानवीय होता है।

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