होलाष्टक फिर मलमास प्रांरभ, सवा महीने नही बजेगी शहनाई

होलाष्टक। होली का पर्व इस महीने मनाया जा रहा है और इसकी शुरूआत 7 मार्च को होलाष्टक से हो जाएगी। 13 मार्च को होलिका दहन का पर्व मनाया जा रहा है। इसके दूसरे दिन रंग पंचमी की शुरूआत हो जाएगी और पांच दिनों तक होली का पर्व मनाया जाएगा। लोग एक दूसरे को गुलाल लगाकर इस पर्व को उत्सव के रूप में मनाऐगे। 5 दिनों तक होली मिलन एवं फाग के आयोजन होगे।

सवा महीने नही बजेगी शहनाई

शास्त्र ज्ञाताओं के अनुसार होलाष्टक से शुभ कार्य बंद हो जाते। 13 मार्च को होलिका दहन का पर्व है। इसके बाद सूर्य मीन राशि में प्रवेश कर जाएगें। इसे मलमास कहते है। मलमास में शुभ मांगलिक कार्य नही होते है। मलमास का समापन 15 अप्रैल को होगा। इसके बाद शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएगें, यानि की तकरीबन सवा महीने तक विवाह उत्सव आदि के कार्यक्रम पर ब्रेक लग जाएगा। मलमास समाप्त होने पर ही शहनाई गूजेगी।

क्या है मलमास

चंद्र कैलेंडर में हर 3 साल पर एक अधिक माह जुड़ता है, वही मलमास या अधिकमास कहलाता है. साल में जुड़ने वाले अधिक माह को मलीन माना जाता है, इसमें शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है, इसलिए इसे मलमास कहते हैं. मलमास के ​अधिपति देव भगवान पुरुषोत्तम यानि श्रीहरि विष्णु हैं, इसलिए मलमास को पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है.

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