JD Vance at Amer Fort: अमेरिका के उपराष्ट्रपति परिवार समेत जयपुर का आमेर किला देखा। यहां दो हाथियों ने उनका स्वागत किया। वेंस ने कीमती पत्थर और कांच से बने शीशमहल की खूबसूरती देखी। लेकिन क्या आपको पता है कि आमेर का किला किसने बनवाया था।
Amer Fort: अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस इन दिनों 4 दिवसीय भारतीय दौरे पर हैं. मंगलवार को उन्होंने परिवार समेत जयपुर का आमेर किला देखा। यहां दो हाथियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद वेंस परिवार महल के अंदर दाखिल हुआ। वेंस ने बेटी को गोद में लेकर छत से फोर्ट को चारों ओर दिखाया। इसके बाद वे शीशमहल पहुंचे। यहां उन्होंने कीमती पत्थर और कांच से बने शीशमहल की खूबसूरती देखी। लेकिन क्या आपको पता है कि आमेर का किला किसने बनवाया था। इसकी क्या खासियत है। तो आइए जानते हैं इस किले के बारे में.
आमेर किले को अंबर किला के नाम से भी जाना जाता है। यह राजस्थान का एक खूबसूरत शहर है, जिसके नाम पर इस किले का नाम रखी गया है। इस किले को राजा मान सिंह ने बनवाया गया था जो कि सन् 1592 में बनकर तैयार हुआ था। यह किला पहाड़ी पर लगभग 1.5 वर्ग मील में फैला हुआ है, जहां से पूरे आमेर शहर के देखा जा सकता है।
किले का इतिहास
आमेर का किला दुश्मनों से रक्षा करने की मकसद से बनवाया गया था। इस किले का निर्माण 11वीं सदी में राजा काकिल देव ने शुरू करवाया था और 1592 में राजा मान सिंह ने इसे पूरा करवाया था। यह किला अपनी शानदार वास्तुकला के लिए जाना जाता है। जयपुर में स्थित आमेर का किले की भव्यता के साथ ही इसकी खूबसूरती देखने लायक है। इस किले को बनाने के लिए लाल संगमरमर के पत्थरों का उपयोग किया गया है।
आमेर किले के प्रमुख महल
शीश महल- आमेर किले में मौजूद शीश महल को महंगे पत्थरों से सजाया गया है। इसमें शीशे से घिरा एक ऐसा कमरा है, जिसमें प्रकाश की एक किरण से पूरा कमरा रौशन हो जाता है।
मानसिंह महल-राजा मानसिंह द्वारा बनवाया गया यह महल आमेर किले का सबसे पुराना महल है.
दीवान-ए-आम- आमेर किले के अंदर जाते ही सामने की ओर संगमरमर के चालीस खंभों से बना एक बहुत बड़ा आयताकार भवन है। कहा जाता है कि यहां राजा का दरबार लगता था। इसका निर्माण राजा जयसिंह ने करवाया था।
सुहाग मंदिर- आमेर किले की सबसे ऊपरी हिस्से पर कई सारी बड़ी-बड़ी खिड़कियां बनी हुई हैं, जिन्हें “सुहाग मंदिर” के नाम से जाना जाता है। इनसे रानियां शाही दरबार और अन्य कार्यक्रमों को देखती थीं।