इस बार का राज्यसभा चुनाव विपक्षियों पार्टियों के लिए काल साबित हो रहा है. विधायक चुपके-चुपके अपनी ही पार्टी के साथ दगाबाजी कर रहे हैं. देश की राजनीति में गजब का टशल देखने को मिल रहा है. मामला हिमाचल प्रदेश का है जहाँ खेला होने का अंदेशा जताया जा रहा है. पहले यूपी में समाजवादी पार्टी के आधा दर्जन से अधिक विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने के बाद अब हिमाचल का गुणा गणित भी बिगड़ता दिख रहा है. हिमाचल प्रदेश की एक राज्यसभा सीट के चुनाव में कांग्रेस के आधा दर्जन से अधिक विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने की खबर है. सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस के लगभग 9 ऐसे विधायक हैं जो पार्टी की ओर से जारी व्हिप से अलग जाकर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया है.
हिमाचल कांग्रेस (Himachal Congress) में मची इस भगदड़ के बारे में कहा जा रहा है कि प्रदेश संगठन में चल रही गुटबाजी का यह नतीजा है. हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में दो धड़े हैं. एक धड़ा वीरभद्र सिंह समर्थकों का है जिसे प्रतिभा सिंह लीड करती है. दूसरा धड़ा ऐसे नेताओं और विधायकों की है जो सूबे के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) के समर्थक हैं. राज्यसभा चुनाव के इस सियासी दांव पेंच में बीजेपी ने कांग्रेस को पटखनी देने के लिए जो दांव चला वो अब असर दिखा रहा है. कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ बीजेपी ने कभी वीरभद्र सिंह के करीबी रहे हर्ष महाजन को उम्मीदवार बनाया है. हर्ष महाजन का हिमाचल कांग्रेस के कई विधायकों के साथ अच्छे संबंध हैं और कांग्रेस इसी संबंध से घबराई हुई भी थी और सतर्क भी थी. एक दिन पहले ही पार्टी विधायक दल की बैठक हुई थी जिसमे सभी विधायकों से कहा गया था कि सभी लोग पार्टी लाइन पर रहकर ही वोट करें। कांग्रेस ने व्हीप जारी कर यह भी कहा था कि विधायक वोट किसे दे रहे हैं ये उन्हें पोलिंग एजेंट को दिखाना होगा।
जब कांग्रेस नेताओं के साथ संबंध के बारे में हर्ष महाजन से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि , मैं सभी को जानता हूँ और मैंने वोट सभी से मांगा है. अब रिजल्ट आएगा तो सब स्पष्ट होजाएगा। उन्होंने क्रॉस वोटिंग के बारे में कहा कि इसमें मैं क्या कर सकता हूँ. इसमें में मेरी गलती थोड़ी ही है. कांग्रेस के विधायक अपने सीएम की कार्यशैली से नाराज हैं यही कारण है कि क्रॉस वोटिंग हुई है जो उनकी गलती की वजह से हुई है.
क्यों नाराज हैं कांग्रेस विधायक
विधानसभा में विपक्ष के नेता और हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) ने यह दावा किया था कि पार्टी लाईन से हटकर कई विधायक हमारे संपर्क में हैं. मतदान से ठीक पहले तक वह ये भरोसा विकट कर रहे थे कि विधायक अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट करेंगे। जयराम ठाकुर के दावे के बाद सुजानपुर विधानसभा सीट 2017 के चुनाव में प्रेम कुमार धूमल को हराने वाले कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा के बयान ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी थी.