क्या आप पहले भी जन्म ले चुके हैं? पुनर्जन्म की सच्ची कहानियां

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पुनर्जन्म एक ऐसा टॉपिक है जिसे लोग अंधविश्वास मानते हैं, लेकिन मरने के बाद सब कुछ खत्म हो जाता है. ये सब हमें विज्ञान और आज की नई जेनरेशन ने बताया क्योंकि पुनर्जन्म जैसी बातों पर कोई विश्वास ही नहीं करता है। लेकिन क्या सच में ऐसा ही है? हमारे पुराणों और ग्रंथों में पुनर्जन्म के कई किस्से हैं, जैसे– महाभारत में अम्बा का पुनर्जन्म शिखंडनी के रूप में, माता सती का पुनर्जन्म माता पार्वती के रूप में। लेकिन फिर भी न जाने क्यों लोग इन कथाओं को तो मानते हैं लेकिन पुनर्जन्म को एक अंधविश्वास और मनघड़ंत कहानियां बताते हैं। आज इस लेख में हम पुनर्जन्म के कुछ ऐसे मामलों के बारे में बात करेंगे जिसे वैज्ञानिक भी सुलझा पाए है, और उन्हें भी पुनर्जन्म जैसी बातों पर अब विश्वास होने लगा है।

  1. श्रुति श्रीवास्तव केस (मध्यप्रदेश, 2004)

Shruti Srivastava Reincarnation Case (Madhya Pradesh, 2004): घटना जबलपुर की है जहां 4 साल की बच्ची श्रुति, अचानक अजीब बातें करने लगी। मां बाप ने बच्चे की अजीब बातों पर ध्यान दिया और पूछा यतुम ये सब क्या बता रही हो, ऐसा तो कभी नहीं हुआ तब बच्ची ने जो बताया उसने मां बाप के होश उड़ा दिया। उसने अपने पिछले जन्म की मां का नाम बताया “सुधा”, जो कटनी जिले में रहती थी। जब जांच की गई तो पता चला कि वहां वास्तव में एक महिला सुधा रहती है जिसकी बेटी शिवानी एक सड़क हादसे में मारी गई थी। और श्रुति उस औरत की बेटी का पुनर्जन्म था जिसकी एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। मामला पुलिस तक पहुंचा जांच के लिए श्रुति को कटनी ले जाया गया, उसने घर को पहचाना, पुरानी चीजें बताईं और अपने “पिछले जन्म के भाई” को गले लगा लिया। सीबीआई और डॉक्टरों की टीम ने इसे रिकॉर्ड किया, पर कोई वैज्ञानिक कारण नहीं मिला।

  1. तुषार का पुनर्जन्म (बरेली, उत्तर प्रदेश – 2014)

Reincarnation of Tushar (Bareilly, Uttar Pradesh – 2014): उत्तर प्रदेश के बरेली में एक परिवास तब हैरान हो गया जब 5 साल का तुषार अचानक रोने लगता और कहता–मुझे गोली लगी थी सिर में वह अक्सर कहता कि उसका नाम संदीप था और उसकी सफेद रंग की मोटरसाइकिल थी। उसने अपने गांव से 10 किलोमीटर दूर एक गाँव नवादा का नाम लिया। परिवार तुषार को वहां ले गया। वहां एक परिवार मिला जिसने बताया कि उनका बेटा संदीप एक साल पहले मारा गया था — सिर में गोली लगने से। तुषार ने घर, बाइक और यहां तक कि अपने पूर्वजन्म के दोस्तों के नाम भी बताए।

  1. आदित्य पुनर्जन्म केस (हरियाणा – 2021)

Aditya Reincarnation Case (Haryana – 2021): हरियाणा में रहने वाला 5 साल का आदित्य अपने माता-पिता से कहता कि “ये मेरे असली मां-बाप नहीं हैं” उसका कहना था की उसकी “पहली मम्मी” को कैंसर था, और उसका खुद का नाम “राजेश” था। जब उससे और बारीकी से पूछा गया तो उसने जिस गांव का नाम लिया, वहां जांच करने पर एक परिवार मिला जिनका बेटा राजेश था और उसकी मां की कैंसर से मौत हुई थी। आदित्य ने घर, मां की तस्वीरें, और एक छुपा हुआ लॉकर तक पहचान लिया। अगर पुनर्जन्म सच नहीं है तो फिर आखिर कैसे इन सभी बच्चों को ऐसे लोगो ऐसे शहर के नाम पता है, और उनसे जुडी वो सारी बातें जो उस परिवार के अलावा किसी को नहीं पता थी. ऐसा कहा जाता है जब बच्चो की उम्र ७ साल तक होती है तब बच्चो को कभी कभी अपने पिछले जन्म की कुछ बाटे कुछ घटनाएं याद रहती हैं. कुछ लोग उन बातों पर ध्यान देते हैं तो वहीँ कुछ इसे मात्रा बच्चो की कल्पना समझ कर आया गया कर देते हैं.

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