एमपी वेदर। मध्यप्रदेश समेत विंध्य क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से मौसम बदला हुआ है। शनिवार को भी मौसम का मिजाज विंध्य क्षेत्र में तेज रहा। जानकारी के तहत सतना और मैहर जिले में सुबह बारिश के साथ ओले भी गिरे है तो वही शहडोल में दोपहर के समय बदले हुए मौसम के बीच बारिश के साथ ही ओले गिरे है। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने की घटना में एक महिला की मौत हो गई है। जो जानकरी सामने आ रही है उसके तहत शहडोल जिले में मौसम का मिजाज सबसे ज्यादा तेज जैतपुर क्षेत्र में रहा। यहां तेज हवा के बीच बारिश और ओले गिरे है तो वही आकाशीय बिजली गिरने से 55 साल की रमसखिया केवट की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि महिला का खेत नदी के किनारे है और वह खेत में सब्जी की देखभाल कर रही थी। मौसम बिगड़ जाने पर वह खेत में बनी झोपड़ी बैठी हुई थी। यहां बिजली गिरी और महिला बिजली की जद में आ गई। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
विंध्य में चल सकती है आधी
ज्ञात हो कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस और दो साइक्लोनिक सिस्टम के एक्टिंव होने से मौसम में यह बदलाव आया है। इसका सबसे ज्यादा असर विंध्य क्षेत्र में पड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार रीवा, सीधी, मऊगंज और अनूपपुर में 40 से 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी चल सकती है, हालांकि, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, नर्मदापुरम संभाग में मौसम साफ है और गर्मी है। बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को सतना, मैहर, सागर, दमोह और सिंगरौली में ओले गिरे थे। कई जिलों में बारिश हुई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि 24 मार्च को दूसरा पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने की संभावना है। इसका असर हिमालय क्षेत्र के साथ ही मध्यप्रदेश में भी पड़ सकता है।
सीधी जिले में आंधी-तूफान
सीधी जिले के कुसमी तहसील में आई तेज आंधी-तूफान और ओलावृष्टि ने भारी तबाही मचाई। ग्राम कोडार में राजकुमार अगरिया का मकान गिर गया। ग्राम कुसमी में रामजी साहू के यहां बड़ा पेड़ गिरने से नुकसान हुआ। इसी तरह अखंड पाठक और रामजी साहू समेत कई अन्य लोगों के घरों को भी नुकसान पहुंचा। तेज हवाओं और ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद हो गईं। किसान पहले से ही आर्थिक संकट में हैं। अब फसल बर्बाद होने से उनकी परेशानी बढ़ गई है।