Gwalior Ambedkar Controversy: एसएसपी धर्मवीर सिंह ने बीती रविवार रात पुलिस लाइन में 500 जवानों को अचानक बुलाकर क्विक रिस्पॉन्स की जांच की। उन्होंने बताया कि 15 अक्टूबर तक किसी भी कार्यक्रम के लिए न तो अनुमति मांगी गई है और न ही प्रशासन ने कोई मंजूरी दी है।
Gwalior Ambedkar Controversy: भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर पर वकील अनिल मिश्रा की टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर 15 अक्टूबर को लेकर तनावपूर्ण माहौल के बीच पुलिस और प्रशासन ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कड़े इंतजाम शुरू कर दिए हैं। रविवार को जिले के सभी थानों में पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला।
पुलिस की क्विक रिस्पॉन्स जांच
एसएसपी धर्मवीर सिंह ने रविवार देर रात पुलिस लाइन में 500 जवानों को अचानक बुलाकर क्विक रिस्पॉन्स की जांच की। उन्होंने बताया कि 15 अक्टूबर को किसी भी कार्यक्रम के लिए न तो अनुमति मांगी गई है और न ही प्रशासन ने कोई मंजूरी दी है।
चंबल के 5 जिलों में सुरक्षा कड़ी
पुलिस और प्रशासन ने 2 अप्रैल 2018 की घटना को ध्यान में रखते हुए इस बार सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। चंबल के 5 जिलों में 30 चेकिंग नाकों पर पुलिस बल तैनात कर वाहनों की जांच शुरू कर दी गई है। इसके अलावा, 4 अतिरिक्त पुलिस कंपनियां मंगाई गई हैं, और सोमवार को 700 अतिरिक्त जवान शहर में तैनात होंगे।
60 गाड़ियों के साथ फ्लैग मार्च
रविवार देर रात एसएसपी सहित पुलिस अधिकारियों ने 60 गाड़ियों के काफिले के साथ शहर भर में फ्लैग मार्च किया। पुलिस और प्रशासन ने सामाजिक संगठनों के साथ बैठकों में शांति बनाए रखने और कोई आयोजन न करने का आश्वासन लिया है। फिर भी, सतर्कता बरती जा रही है।
सोशल मीडिया पर नजर, चेक प्वाइंट्स की तैयारी
सोशल मीडिया पर अंबेडकर विवाद से जुड़े भड़काऊ मैसेजों के कारण 13 से 15 अक्टूबर तक पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है। 2018 के आंदोलन में बाहरी लोगों की भूमिका को देखते हुए, पुलिस ने होटल, धर्मशालाओं और अन्य स्थानों पर जांच तेज कर दी है। शहर में 50 चेक प्वाइंट्स स्थापित करने के आदेश जारी होंगे, जहां बैरिकेडिंग कर हर आने-जाने वाले की निगरानी होगी। यह व्यवस्था कोविड काल जैसी होगी।
अधिकारियों की 24 घंटे निगरानी
सभी चेक प्वाइंट्स पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी 8-8 घंटे की शिफ्ट में रात-दिन ड्यूटी देंगे। किसी भी सूचना पर तत्काल कार्रवाई के लिए अधिकारी संपर्क में रहेंगे। अगले दो दिनों की बैठकें टल सकती हैं, और जनसुनवाई भी औपचारिक रहेगी।
अनिल मिश्रा के घर सुरक्षा बढ़ाई
वकील अनिल मिश्रा के घर पर रविवार को सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। मिश्रा के खिलाफ भीम आर्मी ने विरोध प्रदर्शन और “एक लाख जूते भेंट” करने की धमकी दी थी, जिसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ FIR दर्ज की। वकील संघ ने इसके विरोध में जिला कोर्ट के बाहर पुतला दहन किया था।
सोशल मीडिया पर सख्ती, फर्जी ID पर FIR
साइबर थाना सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रख रहा है। 15 अक्टूबर का विवाद सोशल मीडिया की वायरल पोस्ट्स से शुरू हुआ। पुलिस ने 500 से अधिक भड़काऊ पोस्ट्स डिलीट कराई हैं और फर्जी ID से पोस्ट करने वालों के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी। एसएसपी धर्मवीर सिंह ने कहा, “15 अक्टूबर को कोई आंदोलन की अनुमति नहीं ली गई है। यह असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर फैलाई गई अफवाह है। अशांति फैलाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं।”