जानकारी के अनुसार लोपिक ने राज्यपाल के कार्यक्रम में मृत कर्मचारी की ड्यूटी तो लगाई ही, साथ में खाने की जांच के लिए किसी की ड्यूटी लगाना भी भूल गया. राज्यपाल पिछले महीने बसंतपुर के एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समरोह में शामिल होने आई थीं.
उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) पिछले महीने बलिया गई थीं. CMO ऑफिस ने उनके कार्यक्रम में एक ऐसे कर्मचारी की ड्यूटी लगा दी, जिसकी मौत बहुत पहले ही मृत्यु हो चुकी थी. जब इस बात का पता चला तो बवाल मच गया. स्वास्थ्य विभाग इस मामले की जांच में जुट गया.
एक समाचार एजेंसी के मुताबिक अब गवर्नर के कार्यक्रम में मृत कर्मचारी की ड्यूटी लगाने के आरोप में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) कार्यालय के एक लिपिक को निलंबित कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने रविवार 24 दिसंबर को इसकी जानकारी दी.
क्या था पूरा मामला?
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजयपति द्विवेदी ने कहा कि सीएमओ ऑफिस के आशु लिपिक बृजेश कुमार को शनिवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर अपर निदेशक कार्यालय, आजमगढ़ से संबद्ध किया गया है. सीएमओ ने बताया कि आशु लिपिक बृजेश कुमार ने पिछले महीने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के एक कार्यक्रम में गंभीर लापरवाही की.
उन्होंने राज्यपाल के कार्यक्रम में कथित तौर पर एक मृत कर्मचारी की ड्यूटी लगा दी थी. इतना ही नहीं उनके खाने की जांच के लिए भी किसी कर्मचारी की ड्यूटी नहीं लगाई थी. CMO ने आगे बताया कि बृजेश कुमार के विरुद्ध अनुशासिक कार्यवाही शुरू कर की गई है.
बताया गया कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल 26 नवंबर को बलिया जिले के बसंतपुर स्थित जननायक चंद्रशेखर विश्विद्यालय के पांचवें दीक्षांत समारोह में शामिल होने गई थीं.