Ganesh visarjan 2025: हिंदू धर्म में भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनंत चतुर्दशी कहा जाता है। यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित तिथि होती है। वही इस दिन गणेश जी का विसर्जन भी होता है इसलिए इस तिथि का महत्व दुगना हो जाता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु अनंत सूत्र धारण करते हैं जो नकारात्मकता को दूर कर देता है। वही इस दिन गणपति विसर्जन होने की वजह से इस दिन की महिमा और ज्यादा बढ़ जाती है और आज के इस लेख में हम इसी के बारे में आपके संपूर्ण जानकारी देंगे।
क्या है अनन्त चतुर्दशी का महत्त्व
अनंत चतुर्दशी का उल्लेख महाभारत में किया गया है। कहा जाता है कि पांडवों ने कठिन समय में इस तिथि पर व्रत का पालन किया था और इसी की वजह से उन्हें भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त हुई। हालांकि इस दिन गणेश विसर्जन का भी विधान कहा जाता है ऐसे में इस दिन यदि आप कुछ विशेष उपाय करें तो आपकी हर मनोकामना पूरी होती है और आज के इस लेख में हम आपको अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन के दौरान किए जाने वाले कुछ विशेष उपाय बताएंगे ताकि आप भी धन लाभ और पारिवारिक शुभ प्राप्त कर सके।
अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन के दौरान किए जाने वाले उपाय
पारिवारिक समृद्धि हेतु उपाय : अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विसर्जन के दौरान यदि सभी सदस्य मिलकर 108 बार ओम गन गणपति नमः मंत्र का जाप करते हैं तो इससे परिवार में एकता बनी रहती है और धन-धान्य की वृद्धि होती है।

Ganesh visarjan 2025
धन लाभ हेतु : अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति जी को 21 दूर्वा और 11 गुड़ के लड्डू अर्पित करने से घर में माता लक्ष्मी का आगमन होता है।
कर्ज मुक्ति हेतु : अनंत चतुर्दशी के दिन विसर्जन के दौरान एक नारियल को लाल कपड़े में बांधकर बाप्पा के साथ प्रवाहित करें ऐसा करने से कर्ज धीरे-धीरे कम हो जाता है।
संतान सुख प्राप्ति हेतु: गणेश विसर्जन के दिन घर में मौजूद तुलसी के पौधे पर दीपक जलाकर गणेश मंत्र का जाप करें ऐसा करने से संतान की प्राप्ति होती है।
स्वास्थ्य बाधा निवारण हेतु: गणपति विसर्जन के दिन गणपति जी को सिंदूर और घी का लेप लगाने से सारे स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां दूर हो जाती है।
घर में स्थायी सुख हेतु: अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विसर्जन करने के बाद घर में लौटकर मुख्य दरवाजे पर गंगाजल छिड़क कर दीपक जलाने से घर में सकारात्मक स्थाई रूप से बनी रहती है।