Fear of leopard continues in Rewa: रीवा जिले के तराई अंचल स्थित जानेह इलाके के खदेवार गांव में घुसा तेंदुआ तीन दिनों से दो राज्यों के अधिकारियों को लगातार छका रहा है। रविवार को यहां पूर्व विधायक भी तेंदुए को पकड़ने के लिए जाल लेकर गांव पहुंच गए। हालांकि अभी तक वह हाथ नहीं आया। बता दें कि यूपी सीमा में स्थित खदेवार गांव में शुक्रवार को तेंदुआ गांव में घुस आया। उसने चार लोगों पर हमला कर घायल कर चुका है।
तेंदुए की तलाश में ड्रोन से सर्चिंग कर रहे यूपी वन विभाग के कर्मचारी भी उसके हमले का शिकार हो चुके हैं। वह नाले के इस पर स्थित एमपी सीमा के खदेवार गांव में दहशत फैलाये है और नाले को पार कर यूपी सीमा में स्थित अरहर और राई के खेत में जाकर छिप जाता है। रविवार को को वह फिर खेत से बाहर निकला, लेकिन जब तक वन विभाग के कर्मचारी उसे पकड़ने का कुछ प्रयास कर पाते वह, एक बार फिर खेत में जाकर छिप गया।
इस तरह से तीसरे दिन भी वन विभाग के कर्मचारियों के हाथ तेंदुआ नहीं आया है। रविवार को पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी अपने समर्थकों के साथ तेंदुए को पकड़ने के लिए जाल लेकर पहुंच गए। उन्होंने हमले से घायल लोगों से मुलाकात की और बाद में मौके पर मौजूद अधिकारियों से तेंदुए को पकड़ने के लिए हिदायत दी। इधर तद की दहशत के बीच खदेवार गांव में पिछले 24 घंटे से विद्युत आपूर्ति भी बाधित है। शनिवार की रात लोगों ने अंधेरे में गुजारी।
एक तरफ तेंदुए का भय तो दूसरी ओर अंधेरे में लोगों को खतरा महसूस हो रहा है। रविवार को भी शाम के बाद पूरा गांव अंधेरे में डूब गया। हालात यह हैं कि रात में लोग घर से बाहर तक नहीं निकल पा रहे हैं। फिलहाल पूर्व विधायक ने सरकार से मांग करते हुए कहा है कि जंगली जानवरों से ग्रामीणों के जानमाल की सुरक्षा के इंतजाम किए जाए।