Israel Hezbollah War : इजरायली हमले में मारे गए हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह को अभी तक उचित अंतिम संस्कार भी नहीं दिया गया है। हसन नसरल्लाह को गुप्त स्थान पर अस्थायी रूप से दफनाया गया है। हिजबुल्लाह के एक करीबी सूत्र ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि उन्हें डर था कि इजरायल अंतिम संस्कार को निशाना बना सकता है। हालात सही होने पर नसरल्लाह का सार्वजनिक रूप से अंतिम संस्कार किया जाएगा।
हसन नसरल्लाह को अस्थायी रूप से दफनाया गया।Israel Hezbollah War
सूत्र ने कहा कि ‘हसन नसरल्लाह को तब तक अस्थायी रूप से दफनाया गया है जब तक कि हालात सार्वजनिक अंतिम संस्कार की अनुमति नहीं देते।’ हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह पिछले हफ्ते इजरायली हमले में मारे गए थे। इजरायल ने उन्हें उस समय हवाई हमले में निशाना बनाया जब वे दक्षिणी बेरूत में हिजबुल्लाह के भूमिगत मुख्यालय में शीर्ष नेताओं से मिल रहे थे।
क्या नसरल्लाह के उत्तराधिकारी हाशोम को निशाना बनाया गया?
इजरायल ने हिजबुल्लाह प्रमुख के उत्तराधिकारी हाशेम सफीद्दीन को मारने का दावा किया है। बताया जा रहा है कि बेरूत में हुए ताजा हमले में हाशेम सफीद्दीन की मौत हो गई है। जबकि रॉयटर्स ने स्थानीय सूत्रों के हवाले से बताया है कि इस हमले में सफीद्दीन सुरक्षित है। हशम सफीद्दीन हिजबुल्लाह की कार्यकारी परिषद के प्रमुख और जिहाद परिषद के सदस्य हैं। हशम संगठन के राजनीतिक मामलों को संभालने के लिए भी जिम्मेदार हैं। वह हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह के चचेरे भाई हैं और नसरल्लाह की तरह सिर पर काली पगड़ी पहनते हैं।
हमास के वरिष्ठ नेता की मौत |Israel Hezbollah War
पिछले तीन हफ्तों में इजरायली हमलों में हिजबुल्लाह के लगभग सभी शीर्ष नेता मारे गए हैं। इनमें फौद शुक्र, इब्राहिम अकील और मोहम्मद अली कराकी जैसे समूह के शीर्ष सैन्य कमांडर शामिल थे, जिन्हें नसरल्लाह का बेहद करीबी माना जाता था। इजरायल ने दावा किया है कि गाजा पट्टी में हमास सरकार के प्रमुख रवि मुश्तहा तीन महीने पहले इजरायली हवाई हमले में मारे गए थे।
नसरल्लाह के दामाद हसन की मौत हो गई। Israel Hezbollah War
इजरायल ने दमिश्क के पास हवाई हमले में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह के दामाद हसन कासिर को मार गिराया है। हसन की मौत ऐसे समय में बड़ा झटका है, जब संगठन को बड़े नेताओं की जरूरत है। हसन को रिहायशी इलाके में हवाई हमले में निशाना बनाया गया। हसन के परिवार की इजरायल से पुरानी दुश्मनी रही है। 1982 के लेबनान युद्ध के दौरान हसन के बड़े भाई अहमद कासिर विस्फोटकों से भरी कार लेकर तायार स्थित इजरायली बेस में घुस गए थे। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी ने अहमद कासिर के आत्मघाती हमले को फतवे से सुरक्षित रखा था, जिसके बाद उन्हें हिजबुल्लाह का पहला ‘शहीद’ माना जाता है।