Due to dictatorship in Shahdol 12th class student’s year wasted: शहडोल जिले के बोडरी ग्राम की छात्रा अंशिका द्विवेदी के साथ माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं बोर्ड की पूरक परीक्षा के दौरान अनुचित व्यवहार किया गया। छात्रा की गलती बस इतनी थी कि, परीक्षा हाल में जब परीक्षक ने उससे विषय पूछा तो हड़बड़ाहट में उसने अर्थशास्त्र की जगह राजनीति शास्त्र विषय बता दिया। इस पर परीक्षक ने उसे परीक्षा हॉल से बाहर निकाल दिया।
दरअसल अंशिका 12वीं बोर्ड की परीक्षा में तीन विषयों में अनुत्तीर्ण हुई थी। रुक जाना नहीं योजना के तहत उसे पूरक परीक्षा में बैठने का मौका मिला था। न्याय के लिए अंशिका अपने पिता अनिल कुमार द्विवेदी के साथ कलेक्टर के पास पहुंची लेकिन कलेक्टर ने भी उनकी समस्या नहीं सुनी। पिता का आरोप है कि कलेक्टर ने उनका आवेदन फेंक दिया और उन्हें कार्यालय से बाहर भगा दिया। इस घटना से छात्रा का एक साल बर्बाद हो गया है।