Desi Style Khoya-Maida Gulab Jamun Recipe – भारतीय मिठाइयों की शान गुलाब जामुन का नाम सुनते ही मुंह में मिठास घुल जाती है। चाहे त्योहार हो, शादी या घर की कोई खुशी का मौका-गुलाब जामुन हर मिठाई की थाली में सबसे खास होते हैं। बाज़ार में तो कई वर्ज़न मिलते हैं, लेकिन खोया और मैदा से बना देसी स्टाइल गुलाब जामुन आज भी लोगों के दिलों में बसा है। यह रेसिपी पारंपरिक स्वाद और मुलायम बनावट के साथ घर में भी बेहद आसानी से तैयार की जा सकती है।
गुलाब जामुन बनाने की आवश्यक सामग्री | Ingredients
गुलाब जामुन के लिए –
- खोया (मावा) – 1 कप (200 ग्राम)
- मैदा – 2 टेबलस्पून
- बेकिंग सोडा – 1 चुटकी
- दूध – ज़रूरत अनुसार (मुलायम डो बनाने के लिए)
- घी / तेल – तलने के लिए
ऐंसे बनाएं चाशनी, इसके लिए सामाग्री –
- चीनी – 2 कप
- पानी – 1.5 कप
- इलायची पाउडर – 1/2 टीस्पून
- केसर के धागे (वैकल्पिक)
- गुलाब जल – 1 टीस्पून
- गुलाब जामुन बनाने की विधि
How to Make Khoya Gulab Jamun
सबसे पहले मावे का डो तैयार करें,खोया को एक प्लेट में अच्छे से मैश करें जब तक वह स्मूद हो जाए।उसमें मैदा और बेकिंग सोडा मिलाएं। धीरे-धीरे दूध डालकर मुलायम और चिकना डो गूंधें।डो को ढककर 10 मिनट रख दें।
सेकेंड स्टैप – इस तरह गुलाब जामुन बॉल्स बनाएं
- छोटे-छोटे बराबर आकार की लोइयां बनाएं और बॉल्स का आकार दें।
- ध्यान दें कि कोई दरार न हो, वरना तलते समय फट सकते हैं।
अब गुलाब जामुन मरून कलर होने तक तलें
- कढ़ाई में घी/तेल गरम करें और धीमी आंच पर बॉल्स को सुनहरा भूरा होने तक तलें।
- एकसमान रंग के लिए उन्हें लगातार हिलाते रहें।
अब चाशनी तैयार करें
- पानी और चीनी को उबालें, उसमें इलायची पाउडर, केसर और गुलाब जल डालें।
- चाशनी को गाढ़ा नहीं करना है-बस एक तार की बनावट तक पकाना है।
सबसे आखिर यानी,स्टेप 5 – जामुन को चाशनी में डुबोएं - तले हुए गर्म गुलाब जामुन को हल्की गर्म चाशनी में डालें।
- कम से कम 2 घंटे तक चाशनी में रहने दें ताकि वो पूरी तरह रस में भीग जाएं।
गुलाब जामुन परोसने का तरीका
Serving Suggestion
खोया-मैदा के बने गुलाब जामुन को गर्म या ठंडा-दोनों तरह से परोसा जा सकता है। इन्हें वनीला आइसक्रीम के साथ भी परोसा जा सकता है, जिससे स्वाद और भी बढ़ जाता है।
महत्वपूर्ण खास टिप्स – Special Tips
- खोया ताज़ा और बिना पानी वाला हो तो बॉल्स बेहतर बनते हैं।
- तलते समय गैस बहुत तेज़ न रखें, वरना बाहर से जल सकते हैं और अंदर से कच्चे रहेंगे।
- चाशनी हल्की गर्म रहे तभी जामुन अच्छे से रस सोखते हैं।