Mauganj Gadra Gaon News : मध्य प्रदेश के मऊगंज का गडरा गांव एक बार फिर सुर्ख़ियों है. आदिवासियों द्वारा की गई ब्राह्मण युवक पुलिस अधिकारी की हत्या के बाद इस गाँव में एक और बड़ी वारदात हुई है. गडरा गांव के एक घर में तीन शव मिले हैं. एक शव पिता और बाकी दोनों बच्चों के हैं. ग्रामीणों को जब घर से बदबू आई तब उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी, जब पुलिस घर के अंदर गई तो तीनों के शव फंदे में लटके मिले।
मृतक का नाम औसेरी साकेत है, औसेरी के साथ उसके दो बच्चे 11 साल की मीनाक्षी और 8 साल के अमन का भी शव मिला। औसेरी की पहली पत्नी की मौत हो चुकी है और दूसरी पत्नी से अक्सर विवाद होता रहता था जिससे परिवार तनाव में भी था. लेकिन इस घटना की वजह मृतक औसेरी का उसकी दूसरी पत्नी से होने वाला घरेलु विवाद नहीं माना जा रहा है बल्कि ग्रामीणों का शक है कि इन तीनों लोगों की मौत के पीछे पुलिस की भूमिका है.
पुलिस पर शक
न्यूज़ रिपोर्ट्स के मुताबिक मृतकों के रिश्तेदारों का कहना है कि गडरा गांव में सुरक्षा के नाम परतैनात पुलिस लोगों को घर में घुसकर पीटने का काम करती है. पुरुषों-महिलाओं को घर में घुस पर पुलिसकर्मियों द्वारा पीटा जाता है। मृतक के रिश्तेदारों ने बताया कि पुलिस ने हाल ही में औसेरी साकेत को भी पीटा था जिसके बाद वह अपने घर में ही रहने लगा, बाहर निकलना बंद कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि औसेरी साकेत ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि इस घटना में पुलिस जिम्मेदार है.
पुलिस ने मृतक को पीटा था
गांव की रहने वाली कुसुमकली ने बताया कि 15 मार्च के दिन हुई हिंसा के बाद लोग अपने घर से निकलना बंद कर दिए थे. गाँव में तैनात पुलिस लोगों से मारपीट करती थी. पुलिस ने कुसुमकली के जेठ यानी मृतक औसेरी साकेत को भी पीटा था जिसके बाद उन्होंने घर से निकलना बंद कर दिया।
जब उनके घर से बदबू आना शूर हुई, पुलिस को बुलाया गया तो औसेरी साकेत और उनके दोनों बच्चों के शव फंदे में लटकते मिले। ऐसा माना जा रहा है कि पुलिस की वेवजह पिटाई से आहत होकर औसेरी साकेत ने बच्चों समेत आत्महत्या कर ली.
घटना की सूचना मिलने पर कलेक्टर और मऊगंज एसपी मौके पर पहुंचे हैं. फोरेंसिक टीम भी जांच करने गई है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है. आरोप पुलिस पर लग रहे हैं ऐसे में गांव के आदिवासी फिर से पुलिस के प्रति उग्र हो सकते हैं।
एसपी ने किया पुलिस का बचाव
इन आरोपों पर एसपी दिलीप सोनी ने कहा कि इस घटना से पुलिस का कोई लेना देना नहीं है. जब पुलिस पहुंची तब घर अंदर से बंद था. टना का कारण पता कर रहे हैं। जबकि ग्रामीण कह रहे हैं कि पुलिस ने मृतक को पीटा था जिसके बाद से वह घर से बाहर नहीं निकल रहा था.