Dadasaheb Phalke Biopic: भारतीय सिनेमा के जनक माने जाने वाले दादा साहेब फाल्के के जीवन पर जल्द ही बायोपिक बनने वाली है। इस बायोपिक को लेकर दो दिग्गज डायरेक्टर्स आमिर-हीरानी और राजामौली (Aamir Khan aur rajkumar hirani, rajamouli) ने अपनी अपनी तरफ से घोषणा भी कर दी है। परंतु घोषणा के बाद से ही बायोपिक को लेकर विवाद होने लगा है। विवाद की खास बात यह है कि फाल्के के परिजन पूरी तरह से आमिर खान और हीरानी का समर्थन कर रहे हैं और इस बात में एक्शन डायरेक्टर राजामौली को चिंतित कर दिया है।

क्या है इस पूरे विवाद की पृष्ठभूमि (Dada saheb phalke biopic controversy)
बता दे राजामौली ने कुछ समय पहले ही मेड इन इंडिया नाम की बायोपिक की घोषणा की थी। इसमें उन्होंने जूनियर एनटीआर को फाल्के की भूमिका के लिए फाइनल भी कर दिया था। राजामौली द्वारा की गई इस घोषणा के तुरंत बाद आमिर खान और राजकुमार हिरानी ने भी दादा साहेब फाल्के पर आधारित बायोपिक की घोषणा की और इसी के बाद से शुरू हुआ असली विवाद।
और पढ़ें: Sitare Zameen Par Controversy: आमिर खान की फिल्म सितारे जमीन पर उठी बॉयकॉट की मांग
इस विवाद के अंतर्गत दादा साहेब फाल्के के नाती चंद्रशेखर पुसालकर(dadasaheb phalke’s grandchildren) ने राजामौली की टीम पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्होंने फिल्म की घोषणा से पहले फाल्के के परिवार से कोई संपर्क नहीं किया है, बल्कि उन्होंने बताया कि इस बात को लेकर आमिर खान और राजकुमार हिरानी परिवार से लगातार संपर्क में है और उन्होंने दादा साहेब फाल्के पर गहन शोध भी कर लिया है। आमिर खान और हीरानी करीबन 3 साल से इस कॉन्सेप्ट पर चर्चा कर रहे हैं और उन्होंने लगभग सारा रिसर्च वर्क पूरा कर लिया है।
राजामौली की मेड इन इंडिया पर संकट(rajamouli’s made in india)
दादासाहब फाल्के के नाती चंद्रशेखर पुसालकर की बातों से यह स्पष्ट होता है कि वे पूरी तरह से राजकुमार हिरानी और आमिर खान को सपोर्ट कर रहे हैं और वह राजामौली से बिल्कुल भी संपर्क में नहीं है। ऐसे में इतना स्पष्ट होता है कि आने वाले समय में राजामौली की मेड इन इंडिया खतरे में दिखाई दे रही है वहीं आमिर और हिरानी फाल्के के जीवन पर आधारित फिल्म की तैयारी करने में जुड़ चुके हैं।
कौन है दादा साहेब फाल्के
दादा साहेब फाल्के को भारतीय सिनेमा का जनक कहा जाता है। दादा साहेब फाल्के पहले भारतीय थे जिन्होंने स्वतंत्र रूप से फुल लेंथ फीचर फिल्म राजा हरिश्चंद्र बनाई थी। उन्हीं को श्रद्धांजलि देते हुए इस बायोपिक का निर्माण किया जा रहा है। फाल्के के सम्मान में ही भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार(dadasaheb phalke award) दिया जाता है जो सिनेमा के क्षेत्र में आजीवन योगदान देने वाले कलाकारों को प्रदान किया जाता है।