MP Congress leader Laxman Singh: लक्ष्मण सिंह से उनकी बार-बार की अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया था। हालांकि, उनके द्वारा दी गई सफाई से पार्टी की अनुशासन समिति संतुष्ट नहीं है। राहुल गांधी ने भी अपने मध्यप्रदेश दौरे के दौरान स्पष्ट किया था कि पार्टी में अनुशासनहीनता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
MP Congress leader Laxman Singh: मध्यप्रदेश में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह की पार्टी विरोधी बयानबाजी अब उनके लिए मुसीबत बनती जा रही है। लगातार पार्टी लाइन के खिलाफ बयान देने वाले लक्ष्मण सिंह के खिलाफ कांग्रेस ने कड़ा रुख अपनाया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने इसकी पुष्टि करते हुए संकेत दिए हैं कि लक्ष्मण सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) में इस संबंध में औपचारिकताएं भी पूरी हो चुकी हैं।
लक्ष्मण सिंह का स्पष्टीकरण नामंजूर, अनुशासनहीनता पर सख्ती
लक्ष्मण सिंह से उनकी बार-बार की अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया था। हालांकि, उनके द्वारा दी गई सफाई से पार्टी की अनुशासन समिति संतुष्ट नहीं है। राहुल गांधी ने भी अपने मध्यप्रदेश दौरे के दौरान स्पष्ट किया था कि पार्टी में अनुशासनहीनता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सूत्रों का दावा है कि लक्ष्मण सिंह का निष्कासन अब केवल औपचारिक घोषणा की प्रतीक्षा में है।
प्रदेश प्रवक्ता और प्रभारी के बयान से मिले संकेत
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता स्वदेश शर्मा ने लक्ष्मण सिंह के निष्कासन को लेकर स्पष्ट संकेत दिए। उन्होंने कहा, “कांग्रेस में अनुशासनहीनता के मामले में बीजेपी की तरह दिखावा नहीं होता। चाहे छोटा नेता हो या बड़ा, सांसद हो या विधायक, सभी के लिए नियम एक समान हैं। अनुशासन तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई तय है।” वहीं, जब पत्रकारों ने प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी से लक्ष्मण सिंह की अनुशासनहीनता के बारे में सवाल किया, तो उन्होंने कहा, “जल्द ही सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।” उनके बयान से साफ है कि पार्टी इस बार लक्ष्मण सिंह को बख्शने के मूड में नहीं है।
लक्ष्मण सिंह के बयानों ने बढ़ाई मुश्किलें
लक्ष्मण सिंह ने हाल ही में अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साधा था। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सोच-समझकर बोलने की सलाह दी और रॉबर्ट वाड्रा पर टिप्पणी करते हुए कहा, “इन दोनों का बचपना कब जाएगा।” इसके अलावा, उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला पर भी विवादित बयान दिया। पहलगाम में हुई एक घटना पर सवाल उठाते हुए लक्ष्मण सिंह ने कहा था, “उमर अब्दुल्ला आतंकवादियों से मिले हुए हैं।” इन बयानों ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।