Cold and fog wreak havoc in Madhya Pradesh: रीवा/भोपाल। मध्य प्रदेश में नवंबर के तीसरे सप्ताह से ही कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने पूरे प्रदेश को अपनी चपेट में ले लिया है। शनिवार सुबह शाजापुर, अकोदिया और शुजालपुर में विजिबिलिटी महज 100 मीटर रह गई, जबकि रीवा-सतना-खजुराहो में 500 से 1000 मीटर तक ही दिखाई दिया। शुक्रवार-शनिवार की रात प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान पचमढ़ी रहा, जहां न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। भोपाल-इंदौर में 9.4°, राजगढ़ में 8.2° और खरगोन में 8.6° दर्ज किया गया।कोहरे की मार रेल यात्रियों पर सबसे भारी पड़ रही है। रीवा रेलवे स्टेशन पर हालात बद से बदतर रहे।
- आनंद विहार-रीवा एक्सप्रेस दो घंटे लेट से सवा पांच बजे पहुंची
- इतवारी-रीवा एक्सप्रेस (11755) तीन घंटे की देरी से रात सवा एक बजे आई
- एक दिन पहले जबलपुर-रीवा शटल भी तीन घंटे लेट रही और वापसी में रात 12 बजे के बाद जबलपुर पहुंची
प्लेटफॉर्म पर बिना छत के इंतजार करते सैकड़ों यात्री ठंड से ठर-ठर कांपते दिखे। बच्चों और बुजुर्गों की हालत सबसे खराब रही। यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से कोहरे के समय अतिरिक्त कंबल और हीटर की व्यवस्था करने की मांग की है। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि उत्तरी हवाओं का पैटर्न बदलने से आने वाले 3-4 दिनों में शीतलहर से कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन सुबह-शाम घना कोहरा और कड़ाके की ठंड जारी रहेगी।
उधर उज्जैन में पुलिस अधीक्षक ने रात गश्त करने वाले जवानों के लिए हर चौकी पर गर्म चाय की व्यवस्था कराई है। रीवा नगर निगम भी रैन बसेरों में बेघरों को कंबल और अलाव मुहैया करा रहा है।प्रदेश में नवंबर का यह सबसे ठंडा दौर है और आने वाले दिनों में पारा और नीचे जाने की संभावना है।
