बायो मेडिकल वेस्ट डंप करने वाले स्वास्थ्य संस्थानों को सीएमएचओ का अल्टिमेटम, वैधानिक कार्रवाई की चेतावनी, जानिए पूरा मामला

bio-medical waste

CMHO’s ultimatum to health institutions dumping bio-medical waste: रीवा एवं मऊगंज के स्वास्थ्य संस्थानों से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट के निष्पादन का अनुबंध नहीं होने के चलते संस्थानों ने अपने यहां ही इसे डंप कर रखा है। इसे लेकर सीएमएचओ ने रीवा एवं मऊगंज के सभी नर्सिंग होम्स, क्लीनिक, सोनोग्राफी सेंटर, सिटी स्केन सेंटर, एक्सरे सेंटर, पैथालाजी आदि को नोटिस जारी की गई है। जिसमें बताया गया है कि बायो मेडिकल वेस्ट का निष्पादन कराने के लिए चित्र किरण वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड गुढ़ को भोपाल द्वारा अधिकृत किया गया है। इस कारण शासन के निर्देशों के अनुसार उक्त संस्था के साथ अनुबंध करते हुए प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें। बतादें कि सीएमएचओ का स्वास्थ्य संस्थानों नोटिस उस समय जारी हुआ है जब नर्सिंग होम एसोसिएशन की ओर से नई संस्था की निष्पादन दर को लेकर आपत्तियां की गई हैं। एसोसिएशन का तर्क है कि यहां पर भोपाल, जबलपुर से भी ज्यादा दर पर चार्ज लिया जा रहा है। साथ ही रजिस्ट्रेशन राशि को लेकर भी ऐतराज जताया है। एसोसिएशन की ओर से अपने पत्र में इस बात का उल्लेख किया है कि उनकी ओर से बायो मेडिकल वेस्ट को फिलहाल अपने यहां डंप किया जा रहा है। जो कि दुर्गंध भी मार सकता है। इस वजह से सीएमएचओ ने कहा है कि शासन द्वारा संस्था का निर्धारण किया जा चुका है और उसके अनुसार सभी स्वस्थ्य संस्थान अनुबंध की प्रक्रिया शुरू कराएं, अन्यथा नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। बतादें कि यह नोटिस रीवा एवं मऊगंज के सभी स्वास्थ्य से जुड़े संस्थानों को दी गई है, जहां से बायो मेडिकल वेस्ट निकलता है।

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48 घंटे में बायो मेडिकल वेस्ट के निष्पादन का प्रावधान
स्वास्थ्य संस्थानों का कचरा निष्पादन कंपनी चित्र किरण के साथ विवाद के चलते बायो मेडिकल वेस्ट को लगातार डंप किया जा रहा है। इस पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ने सीएमएचओ को पत्र लिखा है। जिसमें उल्लेख है कि निजी अस्पतालों सहित अन्य संस्थानों पर शासन के निर्देशानुसार अनुबंध की प्रक्रिया नहीं अपनाई जा रही है। जबकि बायो मेडिकल वेस्ट का निष्पादन 48 घंटे के भीतर करना जरूरी है, अन्यथा वैधानिक कार्रवाई भी की जा सकती है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा लिखे गए पत्र के बाद सीएमएचओ ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों को नोटिस जारी कर जवाब प्रस्तुत करने को कहा है।

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