Chhindwara Murder Case: रात के करीब ढाई बज रहे थे, एक आदिवासी परिवार उस वक़्त चैन की नींद सो रहा था. घर में बेटे दिनेश की नई-नई शादी हुई थी इस बात से परिवार में ख़ुशी का माहौल भी था. दिनेश देर रात हुए उठा. घर पर रखी कुल्हाड़ी हो उठाया और सबसे पहला वार करते हुए अपनी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद अपनी मां को सोते हुए मार डाला, फिर छोटी बहन, बड़े भाई, भाभी और अपनी 2 भतीजियों को काट डाला। उसके सिर पर खून सवार था. अपने पूरे परिवार को खत्म करने के बाद भी दिनेश रुका नहीं। वह 50 मीटर दूर अपने ताऊ के घर पहुंचा और अपने 10 साल के चचेरे भतीजे पर भी कुल्हाड़ी मारी, इतने में ही बच्चे की दादी ने उसे देख लिया और शोर मचा दिया। आरोपी मौके से भाग गया. मौके पर पुलिस पहुंची, छानबीन शुरू हुई और गांव से 150 मीटर दूर आरोपी का शव पेड़ से लटका हुआ मिला।
ये दिल दहला देने वाली घटना मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के तामिया तहसील के कछार गाँव की है. 28-29 मई की दरमियानी रात आदिवासी दिनेश ने अपने परिवार के 8 लोगों का कत्ल कर आत्महत्या का ली. 21 मई को ही उसकी शादी हुई थी उसने अपनी पत्नी, मां, भाई, भाभी, 16 साल की बहन को तो मार ही डाला लेकिन 4 और डेढ़ साल की भतीजी को कुल्हाड़ी से काटने पर उसके हाथ नहीं कांपे।
SP ने कहा- आरोपी मानसिक विक्षिप्त
इस मामले में छिंदवाड़ा SP मनीष खत्री ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि- आरोपी दिनेश की मानसिक दशा ठीक नहीं थी. उसका नर्मदापुरम में इलाज भी हुआ था. ग्रामीणों से ही हमें उसके मानसिक विक्षिप्त होने की जानकारी मिली। पुलिस अबतक ये नहीं पता कर पाई है कि आखिर दिनेश ने अपने पूरे परिवार का कत्ल कर खुद की जान क्यों लेली?
इस घटना पर राजनीति भी शुरू हो गई है. पूर्व PCC चीफ कमलनाथ ने घटना को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई है. उन्होंने X हेंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा- मध्यप्रदेश सरकार से पूरी घटना की उच्चस्तरीय जाँच कराकर सच्चाई सामने लाने और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की माँग करता हूँ।

इस मामले में PCC चीफ जीतू पटवारी ने भी ट्वीट करते हुए कहा ‘मध्य प्रदेश जंगलराज की पराकाष्टा को पार कर चुका है. गरीबी, बेरोजगारी, आर्थिक तंगी ने बड़ी संख्या में परिवारों को तनाव और अवसाद में धकेल दिया है. महंगाई ने ग्रामीण इलाकों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है.
घटना को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री डॉ मोहन यादव का भी बयान सामने आया है. उन्होंने दुःख व्यक्त करते हुए कहा- की मैंने कैबिनेट मंत्री सम्पतिया उइके को घटना स्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं.
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. पूरे देश में इस घटना को लेकर चर्चा हो रही है. पुलिस को अबतक इस हत्याकांड और आरोपी की आत्महत्या का असली कारण मालूम नहीं है. लेकिन कांग्रेस नेता इसे बेरोजगारी का परिणाम कह रहे हैं. इस घटना पर आपकी क्या राय है