Chhatisgarh New CM: क्या छत्तीसगढ़ का अगला मुख्यमंत्री आदिवासी होगा?

Chhatisgarh New CM Name

Chhatisgarh New CM Name: छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड बहुमत से विधानसभा चुनाव जीत लिया है. अब एक चर्चा जो पकड़ ली है कि छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री कौन होगा? सवाल बहुत से उठ रहे हैं कि क्या डॉक्टर रमन सिंह के चेहरे पर ही बीजेपी भरोसा करेगी या किसी नए नेता पर दांव लगाएगी? अगर रमन सिंह नहीं तो वह कौन-कौन से नेता हैं जिसको सीएम बनाने का दांव बीजेपी चल सकती है.

Chhattisgarh BJP CM Race: दरअसल आदिवासी बाहुल्य छत्तीसगढ़ में भाजपा को बड़ी जीत मिलने से साफ हो गया है कि विपक्ष के जातिगत जनगणना और आरक्षण के दांव के बाद भी यह वर्ग बीजेपी के साथ खड़ा हुआ है. भारतीय जनता आगे भी अपनी रणनीति बनाए रखने का प्रयास करेगी और यही वजह है कि इन वर्गों के प्रभावशाली चेहरों को अगुवाई दी जा सकती है

छत्तीसगढ़ में आदिवासी नेता को सीएम बना सकती है बीजेपी

Chhattisgarh New CM: रविवार को ही भाजपा की जीत का जश्न मना रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने दिल्ली में पार्टी हेडक्वार्टर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खासकर के आदिवासी समाज से बीजेपी को मिले समर्थन का जिक्र किया है। ऐसे में इसकी संभावना बढ़ गई है कि देश को पहला आदिवासी राष्ट्रपति देने के बाद भाजपा छत्तीसगढ़ में किसी अनुसूचित जनजाति (एसटी) के नेता को सीएम बना सकती है।

विष्णु देव साय

अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीत के बाद दिल्ली में दिए भाषण के इशारों की समझे तो आदिवासी मुख्यमंत्री के लिए बीजेपी में विष्णुदेव साय (Vishnu Dev Sai) सबसे पसंदीदा चेहरे हो सकते हैं. वे प्रदेश में पहले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. 16वीं लोकसभा में वे छत्तीसगढ़ की रायगढ़ सीट से जीते थे और पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में इस्पात मंत्रालय में जूनियर मंत्री की भूमिका निभा चुके हैं. 2020 से लेकर 2022 तक पार्टी ने उन्हें छत्तीसगढ़ बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया था. इस चुनाव में वे जशपुर जिले कुनकारी विधानसभा सीट से जीते हैं.

रेणुका सिंह

आदिवासी सीएम के दावेदारों में भाजपा से दूसरी संभावित दावेदार केंद्रीय आदिवासी मामलों की राज्यमंत्री रेणुका सिंह (Renuka Singh) बताई जा रही हैं। वो छत्तीसगढ़ की सरगुजा (एसटी-सुरक्षित) लोकसभा सीट से भाजपा सांसद हैं। आदिवासी समाज में ये काफी प्रभावशाली मानी जाती हैं और इनके पक्ष में यह बात भी जाती है कि ये महिला हैं। पार्टी ने विधानसभा चुनाव में उन्हें मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले की भरतपुर-सोनहत सीट (एसटी-सुरक्षित) से उतारा था और वो कांग्रेस उम्मीदवार को हराने में सफल रही हैं।

राम विचार नेताम

रामविचार नेताम (Ram Vichar Netam) भी छत्तीसगढ़ में बीजेपी के तेज तरार आदिवासी फेस हैं। पूर्व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम राज्य के शीर्ष पद के लिए पार्टी की पसंद हो सकते हैं। रमन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर पर महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वाहन किया है। मौजूदा विधानसभा चुनाव में उन्होंने बलरामपुर जिले में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित रामानुजगंज में कांग्रेस उम्मीदवार को बड़े अंतराल से पटखनी दी है।

अरुण साव

अगर बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में ओबीसी नेता को मुख्यमंत्री बनाने का दांव खेला तो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव (Arun Saw) रेस में सबसे आगे हो सकते हैं। वह बिलासपुर से तीन बार से सांसद भी हैं और उनका अपना एक बड़ा जनाधार है। इस विधानसभा चुनाव में उन्होंने लोरमी सीट पर कांग्रेस को हराया है। यह बीजेपी के संभावित सीएम दावेदारों में से काफी अहम माने जा रहे हैं।

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