India’s Paris Olympic Medal Hopes: Key athletes to watch out टोक्यो ओलंपिक में भारत ने सात पदक जीतकर रिकॉर्ड बनाया था, जो 2012 लंदन ओलंपिक में छह पदकों के पिछले सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड से बेहतर था। पेरिस ओलंपिक के नज़दीक आते ही, टोक्यो के छह व्यक्तिगत पदक विजेताओं में से चार और कांस्य पदक जीतने वाली पुरुष हॉकी टीम प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार है, जिससे एक और सफल अभियान की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
टोक्यो 2020 उपलब्धियां
नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा यानी जैवलिन थ्रो (Javelin Thrower) इवेंट में स्वर्ण पदक (Gold Medal) जीतकर इतिहास रच दिया, वे ओलंपिक में ट्रैक और फील्ड पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए। पुरुषों की हॉकी टीम ने जर्मनी के खिलाफ कांस्य पदक जीतकर 1980 के बाद पहली बार ओलंपिक पदक जीता। पीवी सिंधु ने लगातार दूसरा ओलंपिक पदक जीता, जबकि बजरंग पुनिया और रवि दहिया ने भारत की कुश्ती के पदकों की संख्या में इजाफा किया और लवलीना बोरगोहेन ओलंपिक पदक जीतने वाली तीसरी भारतीय मुक्केबाज बन गईं।
पेरिस 2024 में इन खिलाड़ियों से हैं पदक की उम्मीदें
ये एथलीट दोबारा हैं दावेदार
नीरज चोपड़ा: चोपड़ा का लक्ष्य ओलंपिक खिताब को बरकरार रखना है, वह पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में मौजूदा ओलंपिक, एशियाई और विश्व चैंपियन के रूप में खेलगांव में पहुंच रहे हैं। उनकी फिटनेस पर केंद्रित तैयारी उन्हें स्वर्ण पदक के लिए पसंदीदा बनाती है।
पीवी सिंधु: हाल के वर्षों में भारत की सबसे सफल शटलर सिंधु (PV Sindhu) को फिटनेस और खेल के स्तर पर चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन इसके बावजूद पदक की प्रबल दावेदार बनी हुई हैं। पेरिस में पदक जीतने पर वह तीन पदकों के साथ भारत की सबसे सफल ओलंपियन बन जाएंगी।
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी: (Satwiksairaj Rankireddy and Chirag Shetty) पुरुष का डबल्स बैडमिंटन जोड़ी ने टोक्यो के बाद से कई अहम टूर्नामेंट जीते हैं और उनका लक्ष्य इस वर्ग में भारत के लिए पहला ओलंपिक पदक हासिल करना है।
लवलीना बोरगोहेन और निखत ज़रीन: (Lovlina Borgohain) बोरगोहेन मुक्केबाजी में लगातार ओलंपिक पदक जीतने वाली तीसरी भारतीय बनने की कोशिश में होंगी। दो बार की विश्व चैंपियन ज़रीन (Nikhat Zareen) भी पोडियम पर पहुंचने का लक्ष्य रखती हैं।
मीराबाई चानू: टोक्यो में रजत पदक जीतकर भारत का मान बढ़ाने वाली मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) लगातार दूसरा ओलंपिक पदक जीतना चाहेंगी और वह भारत की ओर से पदक की प्रबल दावेदार हैं।
निशानेबाजी में भारत को इन निशानेबाजों से होंगी उम्मीदें
अगर देखा जाए तो टोक्यो में भारत के निशानेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था, लेकिन पेरिस में इस बार उम्मीदें बढ़ी हुई हैं। अपने दूसरे ओलंपिक में भाग ले रही मनु भाकर ने एशियाई खेलों में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल टीम में स्वर्ण पदक जीतकर अच्छा प्रदर्शन किया है। ऐश्वर्यी प्रताप सिंह तोमर पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में पदक जीतने के प्रबल दावेदार हैं।
पुरुष हॉकी टीम
टोक्यो में कांस्य पदक जीतने वाली पुरुष हॉकी टीम (Indian Hockey Team) ने तब से कई उतार-चढ़ाव का अनुभव किया है। नए कोच क्रेग फुल्टन की अगुवाई में भारतीय टीम ने 2022 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता और डिफेंस में काफी सुधार किया है। हालाँकि ऑस्ट्रेलिया में चुनौतीपूर्ण दौरे और निराशाजनक प्रो लीग परिणामों के चलते टीम को अच्छी फॉर्म दिखाना होगा। भारतीय हॉकी टीम को पेरिस में एक कठिन ग्रुप का सामना करना पड़ सकता है, जिसमें उच्च रैंकिंग वाली बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया और अर्जेंटीना की टीम शामिल हैं।
निष्कर्ष
पेरिस ओलंपिक में भारत की संभावनाएँ प्रमुख एथलीटों और नए उभरते सितारों की फॉर्म को देखते हुए बढ़ी हैं। अनुभव और होनहार प्रतिभा के मिश्रण के साथ, देश को टोक्यो की सफलता को पार करने और पदकों का नया रिकॉर्ड बनाने की उम्मीद है।
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