Budget Session 2025 : आज शुक्रवार को संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ सदन की शुरुआत हुई। जिसमें राष्ट्रपति ने केंद्र सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया। जैसे ही अभिभाषण ख़त्म हुआ तो एक नया विवाद छिड़ गया जिससे राजनीति में सियासी गर्माहट आ गई। कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री सोनिया गाँधी ने द्रौपदी मुर्मू को ‘पुअर लेडी’ कह दिया। इसके बाद राहुल गाँधी ने राष्ट्रपति मुर्मू के अभिभाषण को बोरिंग बता दिया। फिर क्या था, सदन में विरोध शुरू हो गया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोनिया गाँधी से कहा कि वह राष्ट्रपति से माफ़ी मांगे।
सोनिया गाँधी ने राष्ट्रपति को कहा – पुअर | Budget Session 2025
आज बजट सत्र 2025 की शुरुआत हो गई है। बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने अभिभाषण से की। उन्होंने दोनों सदनों को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार के कामों को गिनाया। इसके बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हुई। चर्चा के दौरान कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने द्रौपदी मुर्मू को पुअर लेडी कह दिया। जिसके बाद सदन में राजनीतिक माहोल बन गया। सत्ता पक्ष ने सोनिया गाँधी के बयान का विरोध शुरू कर दिया। भाजपा ने सोनिया गाँधी का तीखा बयान किया।
जेपी नड्डा ने सोनिया गाँधी का किया विरोध | JP Nadda on Sonia Gandhi
सोनिया गाँधी के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘बेचारी औरत’ कहने पर कड़ा विरोध जताया है। जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी के शब्दों को न केवल अपमानजनक बताया, बल्कि इसे विपक्ष की ओर से संवैधानिक कार्यालय की अनदेखी और असम्मान का उदाहरण भी करार दिया। उनका यह कहना कि विपक्ष ने राष्ट्रपति द्वारा सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, विशेषकर पिछड़े वर्गों और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में किए गए प्रयासों का मजाक उड़ाया, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हुए बदलावों की आलोचना करने के संदर्भ में था। यह बयान विपक्ष की आलोचनाओं और उनकी कथित सामंती मानसिकता पर भी सवाल उठाता है।
राष्ट्रपति से माफ़ी मांगे सोनिया गाँधी : JP Nadda
सोनिया गाँधी की इस टिप्पड़ी पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अपमान किया है इसलिए उन्हें आदिवासी समुदायों से माफी मांगना चाहिए। एक्स पर जेपी नड्डा ने लिखा, “भाजपा का हर एक कार्यकर्ता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के लिए सोनिया गांधी द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द “बेचारी” (पुअर) की कड़ी निंदा करता है। ऐसे शब्दों का जानबूझकर इस्तेमाल कांग्रेस पार्टी की अभिजात्य मानसिकता, गरीब विरोधी और आदिवासी विरोधी सोच को दर्शाता है। कांग्रेस पार्टी को राष्ट्रपति और देश के आदिवासी समुदायों से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।”
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