BJP National President News | लाल कृष्ण आडवाणी, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और गृहमंत्री अमित शाह के बाद जेपी नड्डा ऐसे भाजपा नेता हैं जो सबसे ज्यादा वक़्त के लिए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे, जेपी नड्डा 2020 में बीजेपी प्रेसिडेंट बने जो लगातार 5 सालों से पार्टी की कमान संभाले हुए हैं. मगर अब पार्टी किसी दूसरे नेता को यह पद सौंपना चाहती है और इसके लिए पिछले एक साल से विचार विमर्श चल रहा है. ऐसी खबरें हैं कि बीजेपी ने अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए फाइनल लिस्ट तैयार कर ली है और इस लिस्ट में शामिल किसी एक नाम को चुनने की देरी रह गई, माना जा रहा है कि 10 से 20 मार्च के बीच बीजेपी अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का एलान कर देगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने के लिए दो तरह की चर्चा हो रही है, पहली चर्चा है कि RSS की पसंद का होगा, वो ऐसा लीडर होगा जो संगठन के सञ्चालन में माहिर हो, चुनावों में खुद को साबित कर चुका हो, क्योंकी आगामी बिहार, पश्चिम बंगाल, पंजाब और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का दारोमदार उसी पर होगा,
ऐसे में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और वर्तमान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम टॉप पर है। वे RSS बैकग्राउंड से आते हैं, उनके नेतृत्व में 4 बार बीजेपी ने मध्य प्रदेश में सरकार बनाई है. शिवराज सिंह चौहान 6 बार लोकसभा चुनाव जीते हैं और 4 बार मध्य प्रदेश सीएम रह चुके हैं, 2005 में उन्होंने मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी निभाई थी, शिवराज जब 15 साल के थे तभी RSS से जुड़ गए थे, पिछले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत का श्रेय इन्ही को दिया जाता है, जिसमे इन्होने लाड़ली बहना योजना लाकर गेम ही पलट दिया था, ये ऐसी योजना है जिसे बीजेपी के दूसरे राज्यों के सीएम और विपक्ष भी कॉपी करता है.
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शिवराज सिंह चौहान OBC वर्ग से आते हैं और देश की लगभग 50 फीसदी से ज्यादा आबादी OBC है. शिवराज सिंह चौहान के पास सरकार और संगठन चलाने का लंबा अनुभव रहा है, वो काफी पॉपुलर भी हैं, और उनके अंदर सबसे बड़ी क्वालिटी जो मानी जाती है वो है संयम, क्योंकी यह सभी ने माना था कि एमपी असेंबली इलेक्शन का रिजल्ट आने के बाद उन्हें ही पांचवी बार सीएम बनाया जाएगा मगर उन्हें केंद्रीय कैबिनेट में कृषि विभाग सौंप दिया गया, मगर शिवराज सिंह चौहान ने एक भी बार इसका विरोध नहीं किया। ऐसा माना जा रहा है कि अगर दूसरी चर्चा पर जोर नहीं दिया जाता है तो, शिवराज सिंह चौहान ही भारतीय जनता पार्टी के 12वें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे।
दूसरी चर्चा ऐसी है कि बीजेपी अब किसी दक्षिण भारतीय लीडर को पार्टी की कमान सौंपनी चाहती है. क्योंकी पिछले 20 सालों से कोई साऊथ इंडियन बीजेपी लीडर राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बना है, दाक्षिण भारत के राज्य भी बीजेपी की पहुंच से बाहर हो गए हैं, बीजेपी चाहती है कि तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और तेलंगाना जैसे राज्यों में भी पार्टी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में ज्यादा सीटें लेकर आ सके, और पार्टी का सोचना है कि अगर किसी दक्षिण भारतीय को बीजेपी प्रेसिडेंट बनाया जाता है तो आगामी चुनावों में ऐसा करना काफी फायदेमंद रहेगा।
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ऐसे में बीएल संतोष का नाम सामने आता है, जो RSS बैकग्राउंड से भी हैं, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं, 2008 में जब पहली बार कर्नाटक में बीजेपी की सरकार बनी थी वो इसका क्रेडिट इन्ही को दिया गया था. इनके अलावा जी किशन रेड्डी का भी नाम लिस्ट में हैं, जो वर्तमान में सिकन्द्राबाद से सांसद और केंद्रीय कोयला मंत्री हैं. वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं और आँध्रप्रदेश और तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष भी रह चुके हैं, बस इतना बैकड्रॉप यह है कि इनका RSS से ज्यादा जुड़ाव नहीं हैं, ये 1980 यानी से जब से बीजेपी बनी है तभी से सिर्फ बीजेपी में रहे हैं.
तो ज्यादा संभावना यही है कि इन्ही तीन नेताओं में से कोई एक बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है. लेकिन इस लिस्ट में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल, सांसद डी पुरंदेश्वरी, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर का भी नाम है. ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि अगर इस चुनाव प्रक्रिया में RSS का ज्यादा जोर चलता है तो शिवराज सिंह चौहान ही बीजेपी प्रेसिडेंट बनेंगे और अगर दक्षिण भारत से किसी नेता को चुनना है तो वो बीएल संतोष या फिर जी किशन रेड्डी हो सकते हैं.