Patna Paras Hospital, Gangster Murder, Chandan Mishra CCTV Footage: बिहार की राजधानी पटना के पारस अस्पताल में गुरुवार सुबह एक सनसनीखेज गैंगवार की घटना ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया। पैरोल पर जेल से बाहर आए कुख्यात गैंगस्टर चंदन मिश्रा की अस्पताल के ICU में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस वारदात को महज 30 सेकंड में अंजाम दिया गया, जिसमें पांच हथियारबंद बदमाशों ने कमरा नंबर 209 में घुसकर चंदन मिश्रा पर ताबड़तोड़ चार गोलियां दागीं और फिर आराम से फरार हो गए। पूरी घटना अस्पताल के CCTV कैमरों में कैद हो गई, जिसका वीडियो अब सामने आया है।
कौन था गैंगस्टर चंदन मिश्रा
चंदन मिश्रा (25-30 वर्ष), बक्सर जिले के सोनबरसा का रहने वाला था और हत्या सहित दर्जनों आपराधिक मामलों में आरोपी था। वह 2011 में बक्सर के एक चूना व्यापारी राजेंद्र केसरी की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था। 12 साल तक बक्सर, भागलपुर और बेऊर जेल में रहने के बाद उसे इलाज के लिए 15 दिन की पैरोल मिली थी, जो 18 जुलाई को खत्म होने वाली थी। चंदन को स्वास्थ्य बिगड़ने पर पटना के राजा बाजार स्थित पारस अस्पताल में भर्ती किया गया था।
गुरुवार सुबह करीब 7:30 बजे, चार-पांच हथियारबंद बदमाश मोटरसाइकिल पर सवार होकर अस्पताल पहुंचे। CCTV फुटेज के अनुसार, बदमाश पिस्तौल लहराते हुए बेधड़क अस्पताल के दूसरे माले पर स्थित ICU में घुसे और चंदन मिश्रा पर सीने और पेट में चार गोलियां दाग दीं। गोलीबारी के बाद चंदन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। बदमाश वारदात को अंजाम देने के बाद आसानी से फरार हो गए।
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि चंदन मिश्रा एक कुख्यात अपराधी था, जिसके खिलाफ बक्सर में हत्या के कई मामले दर्ज थे। प्रारंभिक जांच में इसे चंदन-शेरू गैंग के बीच चल रही गैंगवार का परिणाम माना जा रहा है। पुलिस ने CCTV फुटेज में बदमाशों के चेहरे कैद होने की बात कही है और बक्सर पुलिस के साथ मिलकर उनकी पहचान की जा रही है। फोरेंसिक साइंस लैबोरेट्री (FSL) की टीम ने घटनास्थल से खोखे और अन्य साक्ष्य जमा किए हैं।
पटना के सेंट्रल रेंज IG जितेंद्र राणा ने कहा कि अस्पताल में सुरक्षा गार्ड की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है, क्योंकि इतनी आसानी से हथियारबंद बदमाशों का ICU में घुसना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाता है।
अस्पताल कर्मियों पर साजिश का शक
पुलिस को शक है कि इस वारदात में अस्पताल के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत हो सकती है। ड्यूटी पर तैनात चौकीदार से पूछताछ की जा रही है कि उसने बिना जांच के बदमाशों को अस्पताल में कैसे घुसने दिया। सुरक्षा प्रोटोकॉल की भी जांच की जा रही है।
बिहार में कानून-व्यवस्था पर सवाल
यह घटना बिहार में हाल के दिनों में हुई कई हाई-प्रोफाइल हत्याओं की कड़ी में एक और मामला है। हाल ही में पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका, रेत व्यापारी रामकांत यादव, किराना व्यापारी विक्रम झा और वकील जितेंद्र कुमार की हत्या ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं। विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने इस घटना पर नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “अस्पताल के ICU में घुसकर मरीज की हत्या कर दी गई। क्या बिहार में कोई सुरक्षित है?” कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी बिहार को “भारत की क्राइम कैपिटल” करार दिया है।
DGP का बयान
बिहार के DGP ने इस घटना पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है और कहा, “बदमाशों का अंजाम बहुत बुरा होगा।” पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
पटना के पारस अस्पताल में हुई इस सनसनीखेज हत्या ने बिहार में बढ़ते अपराध और गैंगवार की गंभीर स्थिति को उजागर किया है। CCTV फुटेज के आधार पर पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी है, लेकिन यह घटना अस्पतालों जैसी सुरक्षित जगहों पर भी सुरक्षा के अभाव को दर्शाती है। यह मामला बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले कानून-व्यवस्था को लेकर चल रही बहस को और गर्म कर सकता है।