MP News: लक्ष्मण सिंह ने ‘X’ पर लिखा ‘कांग्रेस के नेताओं का पार्टी छोड़कर जाने पर ऐसा महसूस हो रहा है जैसे ट्रैफिक जाम खुल गया हो. धीरे-धीरे सभी की गाड़ियां आगे बढ़ेंगी। क्योंकि ये बिना एक भी चुनाव जीते नेता बने हुए हैं. जो कई चुनाव जीते हैं उन्हें पीछे धकेल दिया जाता था, अब ऐसा नहीं होगा।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्ययमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई ने कांग्रेस छोड़कर जाने वाले नेताओं पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सुरेश पचौरी के भाजपा जॉइन करने पर अपना बयान दिया है. पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने चिंता जाहिर करते हुए बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि नेताओं का पार्टी छोड़कर जाने पर ऐसा महसूस हो रहा है जैसे ट्रैफिक जाम खुल गया है.
पूर्व कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह की प्रतिक्रिया पर भाजपा विधायक रमेश मेंदोला ने भी चुटकी ली है. इंदौर-2 सीट से विधायक मेंदोला ने ‘X’ पर लिखा ‘सर राहुल की कृपा बरसती रही तो कुछ दिनों में कांग्रेस की पूरी सड़क साफ़ हो जाएगी। गांधीजी की कांग्रेस के संबंध में इच्छा पूरी करने के लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं वो.
पता हो कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है. आए दिन कांग्रेस के दिग्गज भाजपा का दामन थाम रहे हैं. एक तरफ राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ निकाल रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी प्रतिदिन कमजोर होती जा रही है. शनिवार 9 मार्च को भोपाल स्थित भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और भाजपा के कई बड़े नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी, पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, पूर्व विधायक संजय शुक्ला, विशाल पटेल और अर्जुन पलिया, आलोक चंसोरिया, भोपाल कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा समेत अन्य कांग्रेस नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की.
बात दें कि सुरेश पचौरी गांधी परिवार के करीबी थे. केंद्र सरकार में रक्षा राज्य मंत्री भी थे. सबसे पुरानी पार्टी के चार बार राज्यसभा सदस्य भी रहे. पचौरी पहले कांग्रेस में कई प्रमुख पदों पर रहे थे, जिसमें पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष का पद भी शामिल था. वह युवा कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष भी थे.
वहीं आदिवासी नेता गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी को कांग्रेस के टिकट पर धार लोकसभा सीट से तीन बार सांसद चुना गया था. कांग्रेस में शामिल होने से पहले राजूखेड़ी 1990 में भाजपा विधायक के रूप में भी चुने गए थे.