Bhavantar Yojana: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निर्देश दिया कि सभी कलेक्टर्स किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रभावी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। किसी भी स्तर पर अनियमितता बर्दाश्त नहीं होगी। हितग्राहियों को सीधा लाभ मिलना चाहिए। सभी के सामूहिक प्रयासों से भावांतर योजना पूर्णतः सफल होगी।
Bhavantar Yojana: मध्य प्रदेश में सोयाबीन उत्पादक किसानों के हित में शुरू की गई भावांतर भुगतान योजना के तहत किसान उत्साहपूर्वक पंजीयन करा रहे हैं। अब तक प्रदेश भर में 61,970 किसानों ने ई-उपार्जन पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। इस योजना के सुचारू संचालन के लिए जिला स्तर पर प्रशासनिक अमले को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस बार सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 5,328 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। जिस तरह धान और गेहूं उत्पादक किसानों को उनके परिश्रम का मूल्य दिलाया गया, उसी तरह सोयाबीन उत्पादकों को भी लाभ सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि सोयाबीन उत्पादक किसानों को उनकी फसल का सही दाम मिले, इसके लिए प्रभावी व्यवस्थाएं की जाएं और लाभ सीधे हितग्राहियों तक पहुंचे।
पंजीयन की समयावधि और प्रक्रिया
भावांतर योजना के तहत पंजीयन की प्रक्रिया 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2025 तक चलेगी। योजना की अवधि 24 अक्टूबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक रहेगी। पंजीकृत किसानों और उनके रकबे का सत्यापन राजस्व विभाग द्वारा किया जाएगा। भावांतर की राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में हस्तांतरित होगी।
जिलेवार पंजीयन की स्थिति
प्रदेश में सोयाबीन फसल के उपार्जन के लिए उज्जैन जिले के 8,221, शाजापुर जिले के 11,731, इंदौर जिले के 12,207, आगर मालवा जिले के 3,540, राजगढ़ जिले के 5,468, सीहोर जिले के 2,331, देवास जिले के 2,894, विदिशा जिले के 2,207, रतलाम जिले के 1,241, बड़वानी जिले के 1,543, खरगौन जिले के 1,207, हरदा जिले के 1,318, मंदसौर जिले के 999, धार जिले के 899, दमोह जिले के 992, सागर जिले के 799, रायसेन जिले के 801, नीमच जिले के 461, बैतूल जिले के 748, खंडवा जिले के 368, गुना जिले के 421, नरसिंहपुर जिले के 319, छिंदवाड़ा जिले के 199, अशोक नगर जिले के 269, झाबुआ जिले के 215, भोपाल जिले के 102, नर्मदापुरम जिले के 132, बुरहानपुर जिले के 75, शिवपुरी जिले के 49, श्योपुर जिले के 20, उमरिया जिले के 44, ग्वालियर जिले के 22, छतरपुर जिले के 27, अलीराजपुर जिले के 16, बालाघाट जिले के 17, सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी पंजीयन कार्य जारी है।
प्रदेश के अन्य जिलों में भी पंजीयन कार्य निरंतर जारी है। यह योजना सोयाबीन उत्पादक किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनकी मेहनत का उचित मूल्य सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।