Bangladesh Hindu Attack Muhammad Yunus US Statement: बांग्लादेश के अंतरिम सरकार प्रमुख मुहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) ने अमेरिकी पत्रकार मेहदी हसन (Mehdi Hasan Interview) को दिए इंटरव्यू में भारत पर गंभीर आरोप लगाया कि वह बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों की “झूठी खबरें” फैला रहा है। यूनुस ने कहा कि शेख हसीना सरकार के पतन के बाद हिंदुओं पर हो रहे कथित हमलों की रिपोर्ट्स फर्जी हैं और भारत हमेशा इस मुद्दे का इस्तेमाल दबाव बनाने के लिए करता है।
लेकिन अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट्स और घटनाओं से यह दावा झूठा साबित होता दिख रहा है। यूनुस ने हिंदू नेताओं से अपील की कि खुद को “केवल हिंदू” न कहकर “बांग्लादेशी नागरिक” बताएं, ताकि उनकी आवाज मजबूत हो। क्या यूनुस की यह सफाई अंतरिम सरकार की छवि सुधारने की कोशिश है, या भारत-बांग्लादेश संबंधों में नया तनाव? आइए जानें इंटरव्यू की मुख्य बातें और हकीकत।
यूनुस का इंटरव्यू: “भारत झूठी खबरें फैला रहा, हमले नहीं हो रहे”
अक्टूबर 2025 में दिए इंटरव्यू में यूनुस ने कहा, “इस समय भारत का मीडिया झूठी खबरें फैला रहा है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर कोई हमले नहीं हो रहे। पड़ोसियों के बीच स्थानीय विवादों को सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है।” उन्होंने दावा किया कि सरकार अलर्ट है और ऐसी घटनाओं को रोक रही है। यूनुस ने हिंदू नेताओं से कहा, “मैं जब भी हिंदू नेताओं से मिलता हूं तो उन्हें कहता हूं कि खुद को सिर्फ हिंदू कहकर सुरक्षा मत मांगो। कहो कि तुम इस देश के नागरिक हो और तुम्हें वह सुरक्षा चाहिए जो हर नागरिक का हक है। इससे तुम्हारी आवाज और मजबूत होगी।
“यूनुस ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump Criticism) के बयान पर तंज कसा, “क्या ट्रंप को वाकई पता है कि बांग्लादेश में क्या हो रहा है? क्या उन्होंने वास्तव में ऐसा कुछ कहा भी?” ट्रंप ने हाल ही में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों को “बर्बरता” कहा था। यूनुस का यह बयान शेख हसीना सरकार के पतन (Sheikh Hasina Ouster) के बाद अंतरराष्ट्रीय आलोचना का जवाब लगता है।
रिपोर्ट्स का दावा: 2025 में 258 घटनाएं
अंतरराष्ट्रीय मीडिया और मानवाधिकार संगठनों की रिपोर्ट्स हिंदुओं पर हमलों की पुष्टि करती हैं। द हिंदू अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश हिंदू बौद्ध क्रिश्चियन यूनिटी काउंसिल (Bangladesh Hindu Buddhist Christian Unity Council) ने बताया कि 2025 की पहली छमाही में अल्पसंख्यक समुदायों पर 258 हिंसा की घटनाएं हुईं। प्रमुख मामले:
- जून 2025, कोमिला जिला: एक हिंदू महिला को परिवार के 35,000 रुपये के कर्ज के कारण नंगा कर पीटा गया और बलात्कार किया गया। आरोपी फज्जर अली (Fazar Ali) को स्थानीय नेता बताया गया।
- जुलाई 2025: हिंदू व्यापारी लाल चंद सोहाग (Lal Chand Sohag) को पीट-पीटकर मार डाला गया। आरोपी ने उसके शव पर नाचते हुए वीडियो बनाया, जिसके बाद सैकड़ों छात्रों ने अंतरिम सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
- नवंबर 2025, ढाका: करीब 30,000 हिंदुओं ने मार्च निकाला, जिसमें प्रमुख हिंदू नेता सन्यासी चिन्मॉय कृष्ण दास (Sanyasi Chinmoy Krishna Das) की गिरफ्तारी का विरोध किया। छात्रों ने सेडिशन केस हटाने की मांग की।
ये घटनाएं शेख हसीना के पतन के बाद हुईं, जब अंतरिम सरकार पर हिंसा रोकने में नाकामी का आरोप लगा। ट्रंप ने इसे “बर्बरता” कहा, जबकि यूनुस ने इन रिपोर्ट्स को “झूठा” बताकर खारिज किया।