गर्मियों में अमृत की तरह है बेल, फल-पत्ती-टहनी और जड़, इसके हर हिस्से में है औषधीय गुण, आइये जानते हैं इसके बड़े फायदे

Bael Benefits in summer: ये तो सभी जानते हैं कि बेल सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। आमतौर पर बेल के फल हो खाने-पीने में इस्तेमाल किया जाता है। स्वाद के अनुसार लोग इसकी चटनी या शरबत बनाकर पीते हैं। दही के साथ इसको भोजन में भी शामिल किया जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि बेल के फल, पत्ती, टहनी और जड़ यानी इस पेड़ के सभी हिस्सों से आयुर्वेदिक दवाइयां बनती हैं। बतादें कि बेल विटामिन्स, फाइबर, पोटेशियम जैसे कई न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है। इन सभी न्यूट्रिएंट्स के कारण यह हमारे पाचन तंत्र, इम्यूनिटी, लंग्स और स्किन के लिए बेहद फायदेमंद है।

बेल गर्मियों का ऋतु फल है। मार्च महीने से यह पकना शुरू हो जाता है और जुलाई के आखिर तक यह उपलब्ध रहता है। इसमें मौजूद तमाम पोषक तत्वों और मेडिसिनल प्रॉपर्टीज के कारण इसे गर्मियों का सुपरफूड कहा जाता है। सीनियर डाइटीशियन डॉ. शीतल अग्रवाल के मुताबिक बेल गर्मियों का सुपरफूड है। यदि इसे पूरी गर्मियों में रेगुलर खाया जाए तो कई बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। इसमें कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन और सोडियम जैसे तमाम पोषक तत्व होते हैं। डॉ. शीतल अग्रवाल कहती हैं कि गर्मी के अलावा किसी और मौसम में बेल खाना उतना फायदेमंद नहीं है, क्योंकि बेमौसम इसे स्टोर करके या फिर केमिकल्स से पकाया गया होगा। आइये जानते हैं बेल से होने वाले फायदे –

एनर्जी को बूस्ट करता है बेल
गर्मियों में थकान बहुत ज्यादा लगती है। पूरी नींद लेने के बाद भी कई बार एनर्जेटिक महसूस नहीं करते हैं। गर्मियों में थर्मोडायनेमिक्स मेंटेन करने के लिए हमारे बॉडी ऑर्गन्स लगातार मेहनत कर रहे होते हैं। इसलिए शरीर में थकान बनी रहती है। ऐसे में बेल की ऊर्जा हमें गर्मियों में भी एक्टिव बनाए रखती है।

पाचन तंत्र को मजबूत करता है
बेल पाचन तंत्र मजबूत बनता है। आमतौर पर इसका उपयोग पेचिश, दस्त और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसे डाइजेस्टिव डिसऑर्डर्स के उपचार में किया जाता है। एक स्टडी के मुताबिक, बेल के फल में मौजूद एंटीस्पास्मोडिक गुण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट को राहत देता है साथ ही अपच में भी रहत देता है। अपने एंटीस्पास्मोडिक गुणों के कारण ही यह कब्ज में भी बेहद लाभकारी है।

स्किन के लिए भी लाभकारी
बेल के फल में 70% से अधिक नमी होता है। यह हमारी त्वचा को हाइड्रेटेड रखने में सहायता करता है। यह स्किन की इलास्टिसिटी को बरकरार रखता है और स्किन को ड्राय नहीं होने देता। बेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं। जो इरिटेटेड स्किन से राहत दिलाते हैं। साथ ही यह मुंहासे, एक्जिमा और डर्मेटाइटिस में भी लाभकारी होता है।

रेस्पिरेटरी सिस्टम के लिए लाभदायक है
बेल का फल हमारे रेस्पिरेटरी सिस्टम के लिए भी काफी फायदेमंद है। इसके सेवन से मसल्स को आराम मिलता, जिससे सांस लेने में आसानी होती है। यदि अस्थमा की समस्या है तो बेल से काफी राहत मिलती है। आयुर्वेद के मुताबिक, बेल कफ दोष को नियंत्रित करता है। इसलिए श्वसन से जुड़ी सभी समस्याओं में लाभकारी होता है।

प्रजनन क्षमता के लिए भी अच्छा है बेल
बेल में यूट्रिन स्टिमुलेंट का गुण भी पाया जाता है। यूट्रिन स्टिमुलेंट यानी यूट्रस या गर्भाशय की मांसपेशियों को रिलैक्स करने का गुण। बेल पीरियड क्रैंप्स को दूर करने के साथ ही अनियमित पीरियड्स को नियमित करने में भी मददगार होता है। ये हॉर्मोनल बैलेंस के लिए भी अच्छा है। इससे हॉर्मोनल इक्विलिब्रियम बना रहता है। बेल एंडोक्राइन फंक्शनिंग को बेहतर बनता है। इसलिए इसके सेवन से रिप्रोडक्टिव हेल्थ अच्छी रहती है।

इम्यून सिस्टम मजबूत करता है
बेल विटामिन सी से भरपूर मात्रा होता है। बेल में मौजूद फाइबर गट हेल्थ को बेहतर बनाते हैं। इस तरह से बेल के ये दोनों गुण इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।

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