सुरमई शाम का जादू उन्होंने यूं बिखेरा मानों शाम खनक के कह रही हो मेरे रंग में रंग जाओ …

न्याजिया बेग़म hridaynath mangeshkar birthday: सुरमई शाम का जादू उन्होंने यूं बिखेरा मानों शाम खनक […]

शब्बीर कुमार जिनके लिए रेडियो पर मोहम्मद रफी साहब के गाने सुनना ऐसा था जैसे सांस लेना…

न्याजिया बेग़म Shabbir Kumar: जिन्हें गुरु मानते थे उन्होंने सामने बैठ कर नहीं सिखाया क्योंकि […]