Delhi Assembly Election 2025 : यमुना के पानी में जहर वाले बयान पर दिल्ली में सियासी घमासान तेज हो गया है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग और मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यमुना के पानी में जहर के मुद्दे पर मुख्य चुनाव आयुक्त का जवाब हैरान करने वाला है। केजरीवाल ने कहा कि चुनाव आयोग ने मुझे नोटिस जारी कर सजा देने की धमकी दी है। अब मैंने उन्हें अपना जवाब दे दिया है।
केजरीवाल ने कहा- मैंने चुनाव आयोग को जवाब दे दिया है।
केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली की जनता को बधाई। हमारा संघर्ष रंग लाया है। दिल्ली में भेजा जा रहा जहरीला पानी अब बंद हो गया है। दिल्ली में आने वाले पानी में अमोनिया की मात्रा 7 पीपीएम से घटकर 2 पीपीएम हो गई है। अगर हमने आवाज नहीं उठाई होती और संघर्ष नहीं किया होता तो आज दिल्ली की आधी आबादी को पानी नहीं मिल रहा होता। हमने दिल्ली को बड़े जल संकट से बचाया है।’ उन्होंने यह भी कहा कि मैंने चुनाव आयोग को जवाब दे दिया है।
केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर साधा निशाना। Delhi Assembly Election 2025
केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर हरियाणा की भाजपा सरकार पर यमुना के पानी को जहरीला करने का आरोप लगाया है। इसमें उन्होंने चुनाव आयोग को नायब सिंह सैनी के खिलाफ कार्रवाई करने और उन्हें दंडित करने की चुनौती दी है। यह पूरा मामला दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच सामने आया था, जिसमें केजरीवाल ने भाजपा पर दिल्ली के लोगों को प्रभावित करने के लिए जानबूझकर पानी को दूषित करने का आरोप लगाया था। केजरीवाल ने अपने पत्र में सैनी पर गंभीर आरोप लगाए और मांग की कि ‘जहरीली’ यमुना के मुद्दे पर उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए।
केजरीवाल ने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए।
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि दिल्ली की सीएम आतिशी ने इस जल संकट को दूर करने के लिए हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी से संपर्क किया, लेकिन कई प्रयासों के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हुआ। केजरीवाल ने पत्र में लिखा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दिसंबर के आखिरी हफ्ते में हरियाणा के मुख्यमंत्री को फोन किया और उनसे अनुरोध किया कि या तो अमोनिया को कम करने के लिए कदम उठाएं या इसे पतला करने के लिए अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराएं।
चुनाव आयोग ने क्या किया ट्वीट? Delhi Assembly Election 2025
चुनाव आयोग ने इस मामले में ट्वीट किया, ‘पूरे आयोग ने व्यक्तिगत आरोपों और चल रही आक्रामक रणनीति से प्रभावित हुए बिना जवाब की विस्तार से जांच करने और गुण-दोष के आधार पर फैसला लेने का फैसला किया।’ यह बैठक चुनाव आयोग द्वारा केजरीवाल को भेजे गए नोटिस की पृष्ठभूमि में हुई। चुनाव आयोग ने केजरीवाल से शुक्रवार सुबह 11 बजे तक इन आरोपों के समर्थन में ठोस सबूत पेश करने को कहा था।