अहमदाबाद में 12 जून 2025 को हुए भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (Air India Flight AI171) लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से करीब एक मील दक्षिण-पश्चिम में मेघानी नगर के एक मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकरा गया। इस हादसे में विमान में सवार 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों सहित कुल 270 से अधिक लोगों की मौत हो गई (Ahmedabad Plane Crash), जबकि 30 से ज्यादा लोग जमीन पर मारे गए।
हादसे का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राएं हॉस्टल की तीसरी और चौथी मंजिल से जान बचाने के लिए कूदते नजर आ रहे हैं (BJ Medical College Hostel Crash Video)। 17 वर्षीय आर्यन असारी ने अपने फोन से इस भयावह क्षण को कैद किया, जिसमें विमान तेजी से नीचे आता और आग के गोले में तब्दील हो जाता दिखाई देता है। आर्यन ने बताया, “मैंने देखा कि विमान नीचे जा रहा था, फिर वह डगमगाया और मेरी आंखों के सामने दुर्घटनाग्रस्त हो गया।”
जांच में नया मोड़
हादसे की जांच के लिए भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) को अमेरिका और ब्रिटेन की टीमों का सहयोग मिल रहा है। विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स, जिसमें फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर शामिल हैं, बरामद कर लिए गए हैं (Black Box Sent to USA)। भारत में बोइंग के इस विमान के ब्लैक बॉक्स से डेटा निकालने की तकनीक न होने के कारण इन्हें विश्लेषण के लिए अमेरिका भेजा गया है। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि विमान का दायां इंजन तीन महीने पहले ही बदला गया था (Engine Replacement Air India), जो अब जांच का केंद्र बिंदु है। पायलट कैप्टन सुमीत सभरवाल ने टेकऑफ के बाद मेडे कॉल की थी (Mayday Call), जिसके कुछ सेकंड बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
DNA जांच और शवों की पहचान
अहमदाबाद सिविल अस्पताल में शवों की पहचान के लिए DNA टेस्ट किए जा रहे हैं। 18 जून तक 177 शवों के DNA मैच हो चुके थे, और 124 शव परिजनों को सौंपे जा चुके थे (DNA Matching Victims)। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी भी इस हादसे में मारे गए (Vijay Rupani Death), जिनके पार्थिव शरीर को सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।