Maharashtra Politics : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार को महाविकास अघाड़ी की पार्टियां अभी तक पचा नहीं पाई हैं। शरद पवार के बाद अब उद्धव ठाकरे भी ईवीएम को लेकर आक्रामक हो गए हैं। शिवसेना (यूबीटी) की बैठक में पार्टी के पराजित उम्मीदवारों ने ईवीएम घोटाले का संदेह जताया था। इस आरोप के बाद अब उद्धव ठाकरे ने बड़ा कदम उठाया है। उद्धव ने अपने पराजित उम्मीदवारों से वीवीपैट की दोबारा गिनती के लिए याचिका दायर करने को कहा है।
उम्मीदवारों ने ईवीएम को ठहराया जिम्मेदार। Maharashtra Politics
दरअसल चुनाव नतीजों के बाद से ही महाविकास अघाड़ी ईवीएम पर सवाल उठा रही है। शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवारों ने ईवीएम घोटाले का संदेह जताया है। ऐसे में उद्धव ठाकरे ने फैसला किया है कि जिन मतदान केंद्रों पर ईवीएम घोटाले का संदेह है, वहां 5 फीसदी वीवीपैट की दोबारा गिनती के लिए याचिका दायर की जाएगी।
क्या है पुनर्मतगणना का नियम?
उद्धव ठाकरे ने अपने सभी पराजित उम्मीदवारों को आदेश दिया है कि जिन मतदान केंद्रों पर ईवीएम घोटाले का संदेह है, वहां 5 फीसदी वीवीपैट की दोबारा गिनती के लिए याचिका दायर करें। नियम के मुताबिक, हारे हुए उम्मीदवार नतीजे के 6 दिन के अंदर 5% वीवीपैट की दोबारा गिनती की मांग कर सकते हैं। आज उद्धव ठाकरे दोपहर 12 बजे शिवसेना नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
चुनाव में उद्धव की पार्टी का बुरा हाल है। Maharashtra Politics
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना यूबीटी ने 95 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। इनमें से सिर्फ 20 उम्मीदवार ही जीत सके। वहीं, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना ने 57 सीटों पर जीत दर्ज की है। आपको बता दें कि इससे पहले 2019 के विधानसभा चुनाव में उद्धव की पार्टी (अविभाजित शिवसेना) ने 56 सीटों पर जीत दर्ज की थी। चुनाव नतीजों के बाद उद्धव ने अपनी पुरानी सहयोगी बीजेपी का साथ छोड़ दिया और कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना ली।
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