सतना। रामपुर बघेलान-नेशनल हाईवे-30 रीवा-मैहर मार्ग पर बेला पुलिस चौकी के सामने बीती रात अज्ञात वाहन ने 9 मवेशियों को टक्कर मार दी। हादसे में 5 गाय और 3 बैलों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक बैल गंभीर रूप से घायल होकर तड़पता रहा। मूक पशुओं को कुचलने वाला वाहन चालक रात के अंधेरे का फायदा उठाकर निकल गया। सुबह लोगो की जब नजर पड़ी तो सड़क पर मवेशियों की लाश नजर आ रही थी। जिस तरह से मवेशियों को कुचलता हुआ वाहन निकल गया, उससे यह माना जा रहा है कि वाहन काफी रफ्तार में था।
हर दिन हो रही मवेशियो की मौत
रूट पेट्रोलिंग ऑफिसर के अनुसार रीवा-मैहर के बीच रोजाना 15-20 आवारा मवेशी हादसों का शिकार हो रहे हैं और उन्हें सड़क किनारे दफनाया जा रहा है। सवाल उठता है कि करोड़ों खर्च कर बनीं गौशालाएं खाली क्यों हैं? मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में घोषणा की गई थी कि अब कोई मवेशी सड़क पर नहीं दिखेगा लेकिन जमीनी हकीकत इसके उलट नजर आ रही है।
जिम्मेदार और पशु पालक कब होगे जबाब देह
नेशनल हाईवें हो या फिर गली कूंच की सड़के। हर जगह मवेशी आप को सहज ही दिख जाएगे, लेकिन इसके लिए कौन जबाब देह। यहां यह सवाल सबसे ज्यादा अंहम है। मवेशियों का पालन करने वाले पशु पालक या फिर आवार घूमने वाले पशुओं को गौशाला एवं सुरक्षित करने वाले कर्मचारी, क्योकि अधिकारी तो आदेश प्रसारित कर देते है, लेकिन मैदानी स्तर पर इसका अमल न हो पाने के कारण मवेशी न सिर्फ मारे-मारे फिर रहे है बल्कि सड़क हादसों में असमय ही काल के गाल में समा रहे है।