अनोखा Railway Station जहाँ लोग टिकट खरीदते हैं पर ट्रेन में चढ़ते नहीं!

Indian Railway News: आज एक ऐसे स्टेशन के बारे में बतायेंगे जिसे सुन आपको हैरानी होगी जी हाँ डेयालपुर स्टेशन कभी गांव के लोगों के लिए बहुत खास था. लोग यहां से रोज सफर करते थे. स्टेशन गांव की पहचान बन गया था. लेकिन अब वहां न ट्रेनें रुकती हैं और न ही लोग आते हैं. स्टेशन पर पहले जहां टिकट मिलता था, अब वहां गाय-भैंस घूमती हैं. स्टेशन मास्टर का कमरा भी टूटकर खंडहर बन चुका है.

ट्रेनें ना खड़ी होने से बर्बादी की ओर गया यह स्टेशन

गांववालों का कहना है कि जब तक ट्रेनें रुकती थीं, तब तक स्टेशन में जान थी. लोगों को आने-जाने की सुविधा मिलती थी. लेकिन जैसे ही ट्रेनें रुकनी बंद हुईं, लोग भी स्टेशन से दूर हो गए. कुछ साल पहले तक गांववालों ने खुद अपने पैसे से टिकट खरीदे थे ताकि रेलवे को लगे कि स्टेशन जरूरी है और इसे बंद न किया जाए.

बिना ट्रेन के अपने पैसों से लोगों ने टिकटें खरीदी

इतना ही नहीं कहानी अजीबो गरीब है जी हाँ गांववालों का कहना है कि जब तक ट्रेनें रुकती थीं, तब तक स्टेशन में जान थी. लोगों को आने-जाने की सुविधा मिलती थी. लेकिन जैसे ही ट्रेनें रुकनी बंद हुईं, लोग भी स्टेशन से दूर हो गए. कुछ साल पहले तक गांववालों ने खुद अपने पैसे से टिकट खरीदे थे ताकि रेलवे को लगे कि स्टेशन जरूरी है और इसे बंद न किया जाए. लेकिन अफसोस ऐसा नही हुआ.

यात्रा का साधन नहीं गाँव की शाख था यह स्टेशन

गौरतलब है कि, गांव के लिए ये स्टेशन सिर्फ यात्रा का साधन नहीं था, बल्कि गांव की इज्जत था. लोगों को लगता था कि उनका गांव रेलवे के नक्शे पर है. लेकिन जब ट्रेनों ने रुकना बंद किया, तो धीरे-धीरे गांववालों की उम्मीद भी खत्म हो गई.

एक ट्रेन रुकती है बाकी बिना रुके जाती हैं ट्रेनें

आज की तारीख में डेयालपुर स्टेशन से सिर्फ एक ट्रेन रुकती है, और वो भी प्रयागराज नहीं जाती. वो प्रतापगढ़ की ओर जाती है. जो ट्रेनें इस स्टेशन से होकर गुजरती हैं, वे बिना रुके चली जाती हैं. ऐसे में गांव के लोगों को बहुत परेशानी होती है.

गाँव के लोगों की चाहत क्या है?

गाँव के लोग अभी भी चाहते हैं कि, सरकार यहाँ कुछ ट्रेनों का स्टापेज फिर से शुरू करे! गाँव के लोगों का मानना है की अगर कोई ट्रेन कमसे कम समय के लिए भी रुकना शुरू कर देगी तो स्टेशन में फिर से जान आ जायेगी. उनका कहना है कम से कम प्रयागराज जाने वाली गाड़ी रुकने लगे चाहे 1 मिनट के लिए ही रुके उसके रुकने से डेयालपुर स्टेशन जिंदा हो उठेगा. और गाँव को फिर से कनेक्टिविटी मिल पायेगी जिससे डेयालपुर की पहचान वापस मिल सकेगी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *