हिमालय (Himayala) जिसे भगवान भोलेनाथ का गढ़ कहा जाता है, हिमालय के पर्वतों में भगवान भोलेनाथ का वास है जिनकी खोज में साधु, संत महात्मा अक्सर जाते हैं। लेकिन हिमालय में ही एक ऐसा स्थान भी है, जहां मात्र वही जा सकता है जो शुद्ध हो, पाप मुक्त हो। ये जगह आम इंसान को नज़र ही नहीं आती है। ये एक रहस्यमय दुनिया है, जिसके बारे में आज हम आपको बताएंगे।
हिमालय का रहस्यमय इलाका
Mysterious region of Himalayas: हिमालय (Himayala) के इस अदृश्य इलाके को ज्ञानगंज कहा जाता है। ज्ञानगंज को संस्कृत में ‘शंभल’ या ‘सिद्धाश्रम’ भी कहा जाता है। यह ऐसा स्थान माना जाता है जो हमारी भौतिक दुनिया की सीमाओं से परे है। यह केवल उन्हीं को दिखाई देता है जो पूर्णतः शुद्ध, तपस्वी और अध्यात्म में सिद्ध हों। एक साधारण व्यक्ति इस जगह पर ना ही जा सकता है न ही कभी देख सकता है। इस स्थान पर सिद्ध पुरुष दुनिया की सलामती, मानवों के कल्याण के लिए तप करते हैं। अब सवाल है ज्ञानगंज जाने का रास्ता कहा से है? इसका रास्ता हिमालय (Himayala) की मानसरोवर झील के पास कैलाश पर्वत क्षेत्र में कहीं गुप्त प्रवेश द्वार से है और ये द्वार तप, त्याग से अंतरात्मा का द्वार खुलने पर ही खुलेगा।
क्या कोई ज्ञानगंज गया है?
Has anyone been to Gyanganj?: अब एक बड़ा सवाल है कि अगर ये स्थान अदृश्य है, और इसका दरवाजा भी तप और त्याग से मन के द्वार के खुलने के बाद ही खुलता है, तो क्या कोई ऐसा है जो इस स्थान पर गया हो और जीवित वापस आकर उसने अपना अनुभव साझा किया हो? तो उत्तर है हां. महावतार बाबाजी, लाहिरी महाशय,स्वामी विश्वानंद और अन्य हिमालयी तपस्वियों ने अपने अनुभवों और साधनाओं में इसका उल्लेख किया है। इस स्थान का जिक्र स्कंद पुराण जैसे कुछ ग्रंथों में किया है, जहाँ अमर ऋषि और योगी तपस्या में लीन हैं।