8th CPC Salary Calculator: आठवें वेतन आयोग को लेकर कर्मचारियों में अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है. दरअसल वेतन आयोग की घोषणा तो हो चुकी है लेकिन आगे की प्रक्रिया पर अब तक कोई अपडेट नहीं आ रहा है. घोषणा हुए 8 महीने पूरे होने वाले हैं पर अगला स्टेप ना जानें कब लिया जायेगा. हालांकि कर्मचारी इसका विरोध भी कर रहे हैं साथ ही जल्द ToR की भी कर्मचारी मांग कर रहे हैं.
कितना बढ़ेगा वेतन?
अब दूसरा सबसे बड़ा सवाल यह है कि, आखिर कितनी बढ़ेगी सैलरी, तो इसको लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. इसके लिए संभावित फिटमेंट फैक्टर को लेकर भी खूब चर्चा हो रही है. सरकारी कर्मियों को अच्छी बढ़ोतरी की उम्मीद है. ब्रोकरेज फर्म्स और अन्य एक्सपर्ट्स ने संभावित फिटमेंट फैक्टर और इसके आधार पर वेतन में होने वाली बढ़ोतरी को लेकर अपनी उम्मीदें जताई हैं.
एम्बिट कैपिटल ने जारी की रिपोर्ट
एंबिट कैपिटल और कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने रिसर्च रिपोर्ट जारी की है. इनकी रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रभावी वेतन वृद्धि 13% से 34% तक हो सकती है. आइए पूरा कैलकुलेशन समझते हैं.
Fitment Factor और Salary Hike
एंबिट कैपिटल ने पिछले दिनों जारी रिपोर्ट में कहा कि सैलरी रिवीजन के लिए इस्तेमाल होने वाला फिटमेंट फैक्टर 1.83 से 2.46 के बीच हो सकता है.
Base Case: अगर फिटमेंट फैक्टर 1.83 रहता है, तो प्रभावी सैलरी में 14 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है.
Upper Case: अगर फिटमेंट फैक्टर 2.46 की सिफारिश की जाती है, तो सैलरी में 54% की भारी वृद्धि हो सकती है.
दूसरी ओर, कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने 21 जुलाई को अपनी रिपोर्ट में 1.8 के फिटमेंट फैक्टर का अनुमान लगाया, जिससे वेतन में 13% की वृद्धि होगी.
Salary hike का Calculation
फिटमेंट फैक्टर 1.8 का मतलब है कि मौजूदा ‘मूल’ वेतन को 1.8 से गुणा किया जाएगा. लेकिन, प्रभावी वेतन वृद्धि कम होती है, क्योंकि नए वेतन आयोग के लागू होने पर महंगाई भत्ता (DA) जीरो हो जाता है.
उदाहरण के जरिए समझने की कोशिश करते हैं यदि बात 7वें वेतन आयोग की करें तो 7वें वेतन आयोग ने 2.57 का फिटमेंट फैक्टर सजेस्ट किया था. इससे 2016 में न्यूनतम मूल वेतन 7,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये हो गया था (7,000 x 2.57). हालांकि, अगर महंगाई भत्ते को जीरो करने पर देखें तो वास्तविक वेतन बढ़ोतरी बहुत कम थी.
7वें वेतन आयोग के तहत न्यूनतम वेतन
18,000 (मूल वेतन) + 4,320 (HRA) + 1,350 (TA) + 0 (DA) = 23,670 रुपये.
2016 में ये इस तरह संशोधित हुआ. इस तरह, 9 साल पहले 7वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद न्यूनतम वेतन में 19,200 रुपये से 23,670 रुपये तक, यानी 14.3% की प्रभावी वृद्धि देखी गई थी.
अब यदि ₹50,000 है सैलरी तो कितनी बढेगी?
उदाहरण के तौर पर हम किसी ऐसे सरकारी कर्मचारी के लिए कैलकुलेशन करेंगे, जिनका वर्तमान में मूल वेतन 50 हजार रुपये है. कैलकुलेट करते हैं कि 8वें वेतन आयोग के लागू होने पर संभावित वेतन वृद्धि कैसी होगी.
मूल वेतन: ₹50 हजार
HRA (24% पर): 12 हजार रुपये
TA: 2,160 रुपये
DA (55% पर): 27,500 रुपये
कुल वेतन: 91,660 रुपये
(यह ध्यान रखने योग्य है कि DA 55% पर कैलकुलेट किया गया है, 7वें वेतन आयोग के दौरान ये 125% था)
अब 1.82 के फिटमेंट फैक्टर के साथ Calculator
नया मूल वेतन (50,000 x 1.82) = 91,000 रुपये
नया HRA (91,000 x 24%) = 21,840 रुपये
TA = 2,160 रुपये
नया DA = 0
नया कुल वेतन: 1,15,000 रुपये (लगभग 25.46% की वृद्धि)
नोट: ऊपर जो भी कैलकुलेशन दिए गए हैं, ये सभी अनुमान के आधार पर हैं.