MP: बड़वानी में रहस्यमयी जानवर के आतंक से 6 की मौत, 17 घायल

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Mysterious Animal Strikes Fear in Barwani: रहस्यमयी जानवर ने अब तक 17 लोगों पर हमला किया, जिनमें से 6 की मौत हो चुकी है। प्रशासन अलर्ट मोड पर है और इस अज्ञात जानवर की तलाश में जुटा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की टीम रोजाना उनकी जांच कर रही है। अभी हमलावर जानवर की पहचान नहीं हो पाई है। मृतकों के परिवारों को 8-8 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है। प्रशासन और वन विभाग लगातार निगरानी और तलाशी अभियान चला रहे हैं।

Mysterious Animal Strikes Fear in Barwani: बड़वानी जिले के लिंबई और आसपास के गांवों में एक अज्ञात जानवर के हमलों ने दहशत फैला दी है। इस रहस्यमयी जानवर ने अब तक 17 लोगों पर हमला किया, जिनमें से 6 की मौत हो चुकी है। प्रशासन अलर्ट मोड पर है और इस अज्ञात जानवर की तलाश में जुटा हुआ है। घायलों का इलाज अस्पतालों और घरों पर जारी है, जबकि ग्रामीण विपदा से बचने के लिए पूजा-पाठ का सहारा ले रहे हैं।

क्या है मामला?

5 मई को लिंबई गांव में इस अज्ञात जानवर ने पहली बार 17 लोगों पर हमला किया। कुछ दिनों बाद घायलों की हालत बिगड़ने लगी। 23 मई को तीन लोगों—रायली बाई (60), मंशाराम (50), और सुरसिंग (50)—की मौत हो गई। इसके बाद 27 मई को सड़ीबाई (60), और 2 जून को चेनसिंग (50) व सुनील (40) ने दम तोड़ दिया। 11 दिनों में 6 लोगों की मौत के बावजूद यह स्पष्ट नहीं हो सका कि हमला करने वाला जानवर कौन सा है। हाल ही में वरला गांव में भी दो लोगों पर हमला हुआ, जिन्हें इंदौर के एमबाईएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

स्वास्थ्य विभाग का बयान

बड़वानी की डीएचओ डॉ. दिव्यानी अहरवाल ने बताया कि 17 में से 6 लोगों की मौत हो चुकी है, और शेष 11 घायलों का घर पर इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम रोजाना उनकी जांच कर रही है। वरला में हुए ताजा हमलों के बाद घायलों को इंदौर रेफर किया गया है।

वन विभाग की कार्रवाई, कोई सुराग नहीं मिला

डीएफओ आशीष बंसोड़ के अनुसार, वन विभाग ने घटनास्थल और आसपास के जंगलों में तलाशी अभियान चलाया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। न तो जानवर के पगमार्क मिले, न ही कोई शव। ग्रामीणों का कहना है कि हमलावर जानवर कुत्ते जैसा दिखता है, लेकिन वे पुष्टि नहीं कर पा रहे। डीएफओ ने बताया कि यदि यह रेबीज से ग्रसित जानवर होता, तो वह 3-4 दिनों में मर जाता, लेकिन कोई शव नहीं मिला।

प्रशासन ने दिया 8-8 लाख रुपये का मुआवजा

मृतकों के परिवारों को 8-8 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है। घायलों के इलाज का खर्च प्रशासन वहन कर रहा है, और स्वास्थ्य ठीक होने तक उन्हें 500 रुपये प्रतिदिन दिए जा रहे हैं।

नहीं हो पाई हमलावर जानवर की पहचान

प्रशासन के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि हमलावर जानवर की पहचान नहीं हो पाई है, जिसके चलते घायलों को सटीक इलाज देने में दिक्कत हो रही है। घायलों की लार और मृतकों के ब्रेन टिश्यू को जांच के लिए पुणे की लैब भेजा गया है।

ग्रामीणों ने किया यज्ञ

लिंबई गांव में लोग इस विपदा से बचने के लिए धार्मिक अनुष्ठान कर रहे हैं। प्रत्येक परिवार से 100 रुपये का चंदा इकट्ठा कर यज्ञ किया गया, जिसमें ग्रामीणों ने भगवान से खुशहाली की प्रार्थना की। प्रशासन और वन विभाग लगातार निगरानी और तलाशी अभियान चला रहे हैं। ग्रामीणों को सतर्क रहने और रात में अकेले बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। जांच के नतीजे आने के बाद ही सटीक इलाज और कार्रवाई की दिशा स्पष्ट होगी।

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