Gwalior News: आग लगने का कारण अभी सामने नहीं आया है. परिवार को सहायता राशि के रूप में 4 लाख रुपए का मुआवजा दिलाए जाने का प्रकरण बनाया गया है. 10 हजार रुपए अंत्येष्टि सहायता के लिए दिए जाएंगे। 50 किलो खाद्यान्न सहित अन्य जरूरी सामान भी तत्काल उपलब्ध कराया जा रहा है।
ग्वालियर समाचार: ग्वालियर में एक झोपड़ी में आग लगने से 5 साल की मासूम जिंदा जल गई। हादसे के समय बच्ची अकेली थी। जब तक फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची तो झोपड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो चुकी थी। यह घटना डबरा के आदिवासी कॉलोनी गाजना में बुधवार रात करीब 11 बजे हुई। बच्ची के पिता अरविंद आदिवासी 5 साल की सुहानी को झोपड़ी में छोड़कर ईंट के भट्टे पर गया हुआ था। अरविंद और उसकी पत्नी ईंट भट्टे पर काम करते हैं।
राख हो गई झोपड़ी
घटना के बाद एसडीओपी जितेंद्र नगाइच, थाना प्रभारी बेलगड़ा अजय सिकरवार और तहसीलदार भीतरवार धीरज सिंह परिहार मौके पर पहुंचे। भितरवार से फायर ब्रिगेड भी आई, लेकिन तबतक झोपड़ी जल चुकी थी। एसडीओपी ने बताया कि बच्ची का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
पत्नी को लेने गया था अरविंद
बच्ची के पिता अरविंद आदिवासी ने बताया कि पत्नी से उसका विवाद हुआ था। वह घर से चली गई थी। मैं भी उसके पीछे गया। जब घर पहुंचे तो देखा कि सब कुछ खत्म हो चुका था। बच्ची घर में अकेली सो रही थी, उसकी मौत हो गई। आग कैसे लगी यह पता नहीं।
परिवार को दी जाएगी सहायता राशि
एसडीएम देवकी नंदन सिंह बताया कि आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं है। घर पर गैस कनेक्शन भी नहीं है। चूल्हे पर खाना बनता था। बच्ची का पिता बीड़ी पीता था। आशंका जताई जा रही है कि बीड़ी या चिमनी से आग लगी है। परिवार को राहत राशि के रूप में चार लाख रुपए का मुआवजा दिलाने का प्रकरण बनाया जा रहा है। 10 हजार रुपए अंत्येष्टि सहायता के लिए दिए जाएंगे। 50 किलो खाद्यान्न सहित अन्य जरूरी सामान भी तत्काल उपलब्ध कराया जा रहा है।