2025 Mahikshita Festival – 02 : एक बार फिर राजपूती शान का उत्सव

2025 Mahikshita Festival – 02 :

रीवा । 2025 Mahikshita Festival – 02 : मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरा पर एक बार फिर राजपूती गौरव और संस्कृति का भव्य संगम देखने को मिलेगा। राजपूत लेडीज क्लब रीवा की मासिक बैठक कल होटल सेलिब्रेशन में संपन्न हुई, जिसमें क्लब की बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित रहीं। इस बैठक का मुख्य एजेंडा आगामी “महिक्षिता महोत्सव-02” की तैयारियों को अंतिम रूप देना था। बैठक का आरंभ परंपरागत रूप से दीप प्रज्वलन और वंदे मातरम् से किया गया। क्लब की अध्यक्षा ने सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए बताया कि पिछले वर्ष आयोजित महिक्षिता महोत्सव को प्रदेश ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिली थी। इस वर्ष इसे और भव्य एवं यादगार बनाने की तैयारी की जा रही है।

महोत्सव का उद्देश्य और महत्व
महिक्षिता महोत्सव केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि राजपूती संस्कृति, परंपरा और महिला सशक्तिकरण का एक सशक्त मंच है। इसका उद्देश्य समाज की क्षत्राणियों को एक साथ लाकर उनकी गरिमा, उनके योगदान और उनकी शक्ति को रेखांकित करना है। महोत्सव में कला, संस्कृति, संगीत, नृत्य, पारंपरिक परिधान और वीरता की कहानियों को प्रदर्शित करने के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों पर भी विचार-विमर्श होगा। राजपूत लेडीज क्लब की कोषाध्यक्ष ने बताया कि इस वर्ष कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों से क्षत्राणियों को आमंत्रित किया जाएगा, जिससे यह आयोजन रीवा की पहचान और भी व्यापक स्तर पर स्थापित करेगा। महोत्सव के दौरान विशेष सत्र महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्यमिता को समर्पित होंगे।

सदस्यों का उत्साह
बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर गहरा उत्साह व्यक्त किया। क्लब की वरिष्ठ सदस्याओं ने कहा कि यह अवसर न केवल सामाजिक जुड़ाव को मजबूत करेगा, बल्कि नई पीढ़ी को अपनी विरासत से जोड़ने में भी अहम भूमिका निभाएगा। कई सदस्यों ने सुझाव दिए कि इस बार महोत्सव में पारंपरिक राजस्थानी और बुंदेली लोकनृत्य, हथियारों की प्रदर्शनी, और इतिहास पर आधारित लघु नाटिकाएँ भी शामिल की जाएं।

रीवा की पवित्र धरा पर सांस्कृतिक उत्सव
रीवा, जो सदियों से वीरता और संस्कृति का केंद्र रहा है, एक बार फिर इस महोत्सव के माध्यम से इतिहास के गौरवशाली अध्यायों को जीवंत होते देखेगा। आयोजक मंडल ने बताया कि महोत्सव के दौरान रीवा के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों का परिचय, पारंपरिक भोजन उत्सव और स्थानीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी, जिससे स्थानीय कलाकारों और कारीगरों को प्रोत्साहन मिलेगा।

समापन और अगली बैठक
बैठक के अंत में सभी सदस्यों ने एक स्वर में संकल्प लिया कि महिक्षिता महोत्सव-02 को प्रदेश का यादगार आयोजन बनाया जाएगा। अगली बैठक में कार्यक्रम की अंतिम तिथि, मुख्य अतिथियों और प्रायोजकों की घोषणा की जाएगी। राजपूत लेडीज क्लब रीवा की यह पहल निश्चित ही समाज में नई ऊर्जा और जागरूकता लाएगी। एक बार फिर प्रदेश की क्षत्राणियां रीवा की पवित्र धरा पर अपनी शौर्यगाथा और सांस्कृतिक गरिमा बिखेरने को तैयार हैं।

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