1687 भारतीयों के पास देश की 50% संपत्ति, असमानता की नई कहानी

Hurun Rich List 2025: हुरुन रिच लिस्ट 2025 (Hurun Rich List 2025) जारी हुई, जो भारत के सबसे अमीर लोगों की रैंकिंग को दर्शाती है। इस साल की लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani Wealth), अदाणी ग्रुप के गौतम अदाणी (Gautam Adani Net Worth) और बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान (Shah Rukh Khan Net Worth) ने फिर से अपनी धाक जमाई है। आर्थिक विकास और बिजनेस सक्सेस के बीच ये तीन नाम देश की संपत्ति की तस्वीर को रिफ्लेक्ट करते हैं।

मुकेश अंबानी: रिलायंस की ताकत से नंबर 1

मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani Ranking Hurun Rich List 2025) इस साल भी हुरुन रिच लिस्ट में टॉप पर बने हुए हैं। उनकी नेट वर्थ 8.13 लाख करोड़ रुपये यानी लगभग 98 बिलियन डॉलर (98 billion USD) आंकी गई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की पेट्रोकेमिकल्स, टेलीकॉम, रिटेल और ग्रीन एनर्जी सेक्टर में मजबूत पकड़ ने उनकी संपत्ति में इजाफा किया। हुरुन की रिपोर्ट के मुताबिक, जियो और रिटेल सेगमेंट ने पिछले साल की तुलना में 10% की ग्रोथ दिखाई। अंबानी की स्ट्रैटजी और इनोवेशन ने उन्हें न सिर्फ भारत, बल्कि ग्लोबल बिलेनियर लिस्ट में भी टॉप-10 में रखा।

गौतम अदाणी: एनर्जी और इन्फ्रा में छलांग

गौतम अदाणी (Gautam Adani Rise) ने इस साल भी दूसरा स्थान हासिल किया, लेकिन उनकी नेट वर्थ में उछाल देखने को मिला। उनकी संपत्ति 7.5 लाख करोड़ रुपये यानी 90 बिलियन डॉलर के करीब पहुंच गई। अदाणी ग्रुप की एनर्जी, पोर्ट्स और एयरपोर्ट्स सेक्टर में निवेश ने उन्हें आगे बढ़ाया। हाल ही में अमेरिकी ब्राइबरी स्कैंडल के बावजूद, अदाणी ने अपने बिजनेस को मजबूत किया। हुरुन ने नोट किया कि अम्बुजा सीमेंट्स का विस्तार और 11 बिलियन डॉलर का निवेश प्लान उनकी ग्रोथ का कारण है। हालांकि, लॉजिस्टिक्स और ग्लोबल मार्केट में उतार-चढ़ाव उनकी रैंकिंग को प्रभावित कर सकता है।

शाहरुख खान: बॉलीवुड का बादशाह बिलेनियरशाहरुख खान (Shah Rukh Khan Billionaire) ने इस लिस्ट में एंट्री मारकर सबको हैरान किया। उनकी नेट वर्थ 12,490 करोड़ रुपये आंकी गई, जो उन्हें टॉप-20 में जगह दिलाई। बॉलीवुड के किंग खान (SRK Wealth) ने अपनी फिल्मों, प्रोडक्शन हाउस रेड चिलीज (Red Chillies Entertainment) और ब्रांड एंडोर्समेंट्स (Brand Endorsements) से यह मुकाम हासिल किया। ‘पठान’ और ‘Jawan जैसी हिट फिल्मों ने उनकी कमाई को बूस्ट किया। हुरुन ने बताया कि शाहरुख की रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट्स (Real Estate Investments) और स्टार पावर ने उन्हें बिजनेस टायकून की लिस्ट में ला खड़ा किया।

लेकिन असली बात यह है कि बाकी 140 करोड़ आबादी का हिस्सा इस दौलत में बहुत कम है। हुरुन ने बताया कि टेक, एनर्जी और रियल एस्टेट सेक्टर ने इन 1687 लोगों की संपत्ति को बढ़ाया। NCRB और ऑक्सफैम (Oxfam Inequality Report) की पुरानी रिपोर्ट्स के साथ हुरुन का यह डेटा मिलकर बताता है कि भारत में आर्थिक असमानता (Wealth Gap India) पिछले तीन दशकों से तेजी से बढ़ रही है। सिर्फ 5% लोग इनकम टैक्स फाइल करते हैं, और ग्रामीण इलाकों (Rural Poverty) में 70% आबादी की औसत आय 10,000 रुपये मासिक से कम है।

वहीं, टॉप 1687 लोगों की संपत्ति में पिछले साल 12% की ग्रोथ हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि क्रोनी कैपिटलिज्म और इनहेरिटेड वेल्थ ने इस गैप को और चौड़ा किया। बिहार जैसे राज्यों में हेल्थकेयर और एजुकेशन की कमी ने गरीबों को और पीछे धकेला।

इस रिपोर्ट के बाद सोशल मीडिया पर #WealthInequality और #RichVsPoor ट्रेंड करने लगे। यूजर्स ने सवाल उठाया कि क्या सरकार टैक्स पॉलिसी में बदलाव लाएगी या रेडिस्ट्रिब्यूशन पर फोकस करेगी। हुरुन के मुताबिक, अगर यही ट्रेंड रहा तो 2030 तक टॉप 2,000 लोगों के पास 60% संपत्ति हो सकती है। सरकार ने जवाब में कहा कि डिजिटल इकोनॉमी और स्टार्टअप्स से मिडिल क्लास को फायदा होगा, लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही बयान करती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *