नईदिल्ली। जानी मानी गेमिंग प्लेटफार्म जूपी ने ऐलान किया है कि वह अब ऑन लाइन गेम को बंद करने जा रही है, तो वही खेल प्रेमियों के लिए जूपी ने बड़ी राहत भी दे दी है। जूपी ने कहा है कि भले ही भुगतान वाले गेम बंद कर दिए जाएं, लेकिन उनके फ्री गेम पहले की तरह सभी खिलाड़ियों के लिए उपलब्ध रहेंगे। कंपनी के इस ऐलान के बाद अब यूजर्स अपने पसंदीदा गेम खेल सकते हैं और प्लेटफॉर्म पर बने रह सकते हैं। इसके लिए उन्हे पैसें भी खर्च नही करने पड़ेगे। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा है कि हमारा मंच पूरी तरह से चालू रहेगा। खेल प्रेमी लॉगिन करके अपने पसंदीदा फ्री गेम्स खेल सकते हैं। उनहोने कहा है कि सरकार के नए कानून के तहत हम पेमेंट वाले गेम्स को बंद कर रहे हैं।
संसद में ऑन लाइन गेम पर पास हुआ है बिल
ऑन लाइन गेम को लेकर दो दिन पूर्व ही भारत की संसद ने एक बिल को अपनी मंजूरी दे दी है और ऑन लाइन गेम में बढ़ती गड़बड़ियों पर सरकार अब नए विधेयक के तहत कानूनी शिकंजा कस रही है। संसद में पास हुए नए कानून में सभी प्रकार के मनी गेम्स यानी पैसों से खेले जाने वाले ऑनलाइन गेम्स पर रोक लगा दी गई है। इस नए कानून का मकसद युवाओं को ऑनलाइन सट्टेबाज़ी और जुए जैसी प्रवृत्तियों से दूर रखना है। साथ ही सरकार ने इस विधेयक में ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेमिंग को बढ़ावा देने पर जोर दिया है। यानी वे गेम जिनमें पैसा लगाने की जरूरत नहीं होती और जिन्हें लोग सिर्फ मनोरंजन या प्रतियोगिता के लिए खेलते हैं, उन्हें आगे बढ़ाने की कोशिश की जाएगी।
बिना हंगामे के पास हुआ बिल, कंपनियों में हलचल
ज्ञात हो कि ऑन लाइन गेम में बढ़ती बुराईयों को लेकर सरकार ने इस पर कानून बनाया और राज्यसभा में इसे पेश किया। बिना किसी हंगामें के यह बिल पास हो गया है। कानून आने के बाद से ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों में हलचल मच गई है। जूपी ऐसी पहली कंपनी है जिसने सबसे पहले कानून के अनुरूप कदम उठाते हुए अपने पेड गेम्स को बंद करने का ऐलान कर दिया। इस कदम से लाखों खिलाड़ियों की आदतों में बदलाव आ सकता है। जहां पहले लोग पैसों के लालच में ऑनलाइन गेम्स खेलते थे, वहीं अब उन्हें केवल फ्री गेमिंग और ई-स्पोर्ट्स का ही विकल्प मिलेगा।