Zakir Naik AIDS News Hindi: इस्लामिक कट्टरपंथी और जिहादी प्रचारक जाकिर नाइक (Zakir Naik Latest News) के बारे में एक सनसनीखेज खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि जाकिर नाइक को एड्स (Zakir Naik Got HIV) हो गया है और वह मलेशिया के सनवे मेडिकल सेंटर (Sunway Medical Centre) में भर्ती हैं। यह खबर X और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से फैल रही है, जिसने उनके समर्थकों और आलोचकों के बीच हलचल मचा दी है। हालांकि, इस दावे की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इसे लेकर ऑनलाइन बहस छिड़ गई है।
जाकिर नाइक, जो इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) का संस्थापक है, लंबे समय से विवादों के केंद्र में रहा है। भारत में उसका संगठन प्रतिबंधित है, और वह मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) और नफरत भरे भाषणों (Hate Speech) के आरोपों में वांछित है। 2016 में ढाका कैफे हमले (Dhaka Cafe Attack) के बाद वह भारत छोड़कर मलेशिया भाग गया था, जहां उसे स्थायी निवास मिला हुआ है। नाइक पर आरोप है कि उसने अपने चैनल पीस टीवी (Peace TV) और सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथी विचारों को बढ़ावा दिया और युवाओं को आतंकवाद की ओर उकसाया।
सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में दावा किया गया है कि नाइक की हालत गंभीर है और वह मलेशिया के अस्पताल में इलाज करा रहा है। एक X यूजर ने लिखा, “जिहादी प्रचारक जाकिर नाइक को आखिरकार उसकी करतूतों का फल मिला। AIDS के साथ अस्पताल में पड़ा है।” एक अन्य यूजर ने तंज कसते हुए कहा, “जो नफरत फैलाता था, अब खुद मुसीबत में है।” हालांकि, नाइक के समर्थकों ने इन दावों को “फर्जी” और “भारत की साजिश” करार दिया है।
नाइक के खिलाफ भारत में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कई मामले दर्ज किए हैं, और उसका पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है। वह मलेशिया में रहते हुए भी विवादों से नहीं बच सका। 2019 में उसने मलेशिया के हिंदुओं और चीनी समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं, जिसके बाद उसे कई राज्यों में सार्वजनिक भाषण देने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हाल ही में, वह पाकिस्तान में अपने विचित्र बयानों, जैसे महिलाओं के अधिकारों और बच्चों के यौन शोषण पर टिप्पणियों, के लिए ट्रोल हुआ था।
यह खबर सत्य है या नहीं, इसकी पुष्टि के लिए कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन सोशल मीडिया पर इस खबर ने नाइक की छवि को और धक्का पहुंचाया है। लोग इसे उसके विवादास्पद अतीत और कट्टरपंथी प्रचार से जोड़कर देख रहे हैं।