Money Plant Care Tips: गर्मी में भी हरियाली की मिसाल बन जाएगा आपका लकी प्लांट

Money Plant Care Tips In Hindi

Money Plant Care Tips In Hindi: मनीप्लांट एक ऐसा सदाबहार पोधा है जो आऊटडोर और इनडोर दोनों ही तरफ से घरों की सुंदरता में चार-चांद लगाता है। इसका नाम भले ही मनीप्लांट है लेकिन नेचर लवर्स इसे अपना लकी प्लांट भी कहते हैं और यही वजह है कि ये हर घर की बगिया, आंगन या घर के कौने-कौने को हरियाली प्रदान करता देखा जाता है।

मनीप्लांट न सिर्फ घर की सुंदरता बढ़ाता है बल्कि इसे वास्तुशास्त्र में भी सौभाग्य और समृद्धि देने वाला पौधा भी माना गया है। नेचर लवर्स की मुश्किल तब बढ जाती है कि जैसे ही भीषण गर्मी दस्तक देती है मनीप्लांट की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं, सूखने लगती हैं और उसकी चमक खो जाती है और तब ये सवाल हर नेचर लवर्स का होता है कि क्या करें ? कि गर्मी में भी मनीप्लांट हरा-भरा और ताजगीभरा बना रहे । इस लेख में नेचर या मनीप्लांट लवर्स की चिंता दूर करने, कुछ ऐसी टिप्स और कारगर आसान उपाय हैं जिनसे आप अपने मनीप्लांट को गर्मी में भी जीवंत रख सकते हैं।

सीधा धूप से न हो संपर्क

गर्मी के मौसम में तेज धूप मनीप्लांट की कोमल पत्तियों को जला सकती है। इसलिए मनीप्लांट को ऐसी जगह रखें जहां इसपर अप्रत्यक्ष यानी Indirect धूप मिलती रहे। साथ ही इसे बालकनी या खिड़की के पास हल्की रोशनी में रखना बेहतर रहेगा।

न ज्यादा और न कम होने पाए पानी की खुराक

विशेष रूप से गर्मी के मौसम में मनीप्लांट को जरूरत से ज़्यादा पानी देना या मिट्टी में पानी जमा रहना दोनों ही नुकसानदायक हो सकते हैं। इसलिए 2-3 दिन में मिट्टी को छूकर देखें। अगर ऊपरी सतह सूखी हो तभी ही पानी दें। यदि मनीप्लांट पानी में लगाया है, तो हर 7 से 10 दिन में पानी बदलते रहें कोशिश करें कि बर्तन में ड्रेनेज हो ताकि पानी रुके नहीं।

दो से तीन माह में करें कटिंग

मनीप्लांट की सूखी, पीली या मुरझाई हुई पत्तियां पौधे की ऊर्जा को व्यर्थ करती हैं ,पत्ते के पीले होते ही पीली और सूखी मुरझाई पत्तियों को हर 10-15 दिन में कांट-छांट कर दें,इससे नई और स्वस्थ पत्तियों का विकास जल्दी होता है।

सीमित और संतुलित मात्रा में करें फर्टिलाइज़र का उपयोग करें गर्मी में पौधे को ज्यादा उर्वरक देने से वह कमजोर हो सकता है। इसलिए महीने में एक बार हल्का जैविक खाद जैसे गोबर खाद या वर्मी कम्पोस्ट डालें। जबकि किचिन वेस्ट में सब्जियों का पानी,चावल-दाल धोने का पानी भी एक अच्छा प्राकृतिक टॉनिक है जो मनीप्लांट के लिए पोषक साबित होगा।

पत्तों पर जमीं धूल व पानी के छींटों की परतों की सफाई गर्मियों में उड़ती धूल, रोज़ सिंचाई से गीली पत्तियों पर जम जाता है, जिससे पौधा ठीक से सांस नहीं ले पाते। इसलिए हफ्ते में कम से कम एक बार गीले कपड़े या स्पंज से पत्तियों को जरूर साफ करें। हो सके तो सिंचाई की जगह स्प्रे से हल्का पानी छिड़कना भी ताजगी बनाए रखता है।

  • सही बर्तन और मिट्टी का चुनाव
  • बर्तन छोटा या बहुत बड़ा न हो।
  • मिट्टी ड्रेनेज युक्त और हल्की हो।
  • 2 भाग मिट्टी + 1 भाग रेत + 1 भाग गोबर खाद का मिश्रण सर्वोत्तम होगा।

हवा और नमी का ध्यान रखें

मनीप्लांट के लिए धीमी हवा और हल्की नमी उपयुक्त होती है। क्योंकि ये बहुत नाज़ुक तासीर का पोधा होता है जिसमें तेज़ धूप पड़ते ही ये जहां मुरझा जाता है वहीं ज्यादा पानी या नमी में सड़क जाता है और हवा के तेज़ झोंके इसे तहस-नहस कर सकते हैं इसलिए मनीप्लांट हमेशा ऐसी जगह रखें जहां हल्की ताज़ी हवा आती हो। ज़रूरत हो तो मनीप्लांट के गमले के नीचे पानी का कटोरा रखकर नमी बनाए रख सकते हैं।

विशेष :- गर्मी के मौसम में मनीप्लांट की देखभाल थोड़ी अतिरिक्त सतर्कता मांगती है लेकिन थोड़े से प्रयास और सही देखभाल से यह पौधा गर्मी में भी हरा-भरा और घर की शोभा बना रह सकता है।अपने मनीप्लांट को इस लेख में दी गई टिप्स के अनुसार रखें और देखें कैसे वो गर्मी में भी हरियाली की मिसाल बन जाता है।

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